नई दिल्ली : त्योहार के मौसम के बीच दिल्ली में प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है .राजधानी का AQI लेवल 300 के करीब पहुंच चुका है. ऐसा राजधानी के कई इलाकों में सड़क की बदहाल स्थिति के कारण है. क्योंकि जर्जर सड़कों पर जब यातायात बढ़ता है तो उनकी स्थिति और खराब हो जाती है. सड़कें धूलों से भर जाती है, जिसकी वजह जब गाड़ियां इन पर से गुजरती है तो पूरा इलाका धूल से भर जाता है, जिससे प्रदूषण बढ़ता है और लोगों को सांस लेना दूभर हो जाता है.
वेस्ट दिल्ली में कुछ ऐसे इलाके हैं जहां खराब सड़कों पर उड़ती धूल प्रदूषण को बढ़ा रही है. इसको लेकर इलाके के लोग सरकार पर सवाल उठा रहे हैं.
क्योंकि प्रदूषण बढ़ने पर दिल्ली सरकार ने काफी सारे इंतजाम करने की घोषणा की थी जैसे पानी के छिड़काव करने के साथ-साथ डीजल से चलने वाले जनरेटर और कोयल पर रोक लगी हुई है.
वेस्ट दिल्ली के कई ऐसे इलाके हैं जिसमें टैगोर गार्डन, रघुवीर नगर, रघुवीर नगर से पंजाबी बाग जाने वाली मुख्य सड़क पर सड़क टूटी होने और वहां धूल जमा होने से गाड़ियों की आवाजाही के दौरान काफी मात्रा में धूल उड़कर वातावरण में पहुंच रहा है. वातावरण जो पहले से प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है उसे और भी प्रदूषित कर रहा है. ऐसे में यहां से गुजरने वाले लोगों के साथ-साथ आसपास रहने वाले लोग दिल्ली सरकार और उनके विभाग पर सवाल खड़ा कर रहे हैं. उनका कहना है कि एक तरफ तो मुख्य सड़कों पर पानी का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन जहां असल में सड़क खराब है धूल उड़ रही है वहां ना पानी का छिड़काव हो रहा है और ना ही सड़कों की मरम्मत. इसकी वजह से वहां से आने-जाने वाले लोगों को धूल फांकना पड़ता है. साथ ही प्रदूषण की मार भी झेलनी पड़ रही है.