नई दिल्ली: पश्चिमी दिल्ली के मायापुरी इलाके में पब्लिक टॉयलेट ना होने की वजह से लोग परेशान हैं. जहां स्थानीय लोग और राहगीर सड़कों पर खुले में टॉयलेट करते हैं. स्थानीय लोगों का आरोप है कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से टॉयलेट बनाया जाना था, लेकिन कुछ स्थानीय लोगों के कारण बन रहे टॉयलेट को ही तोड़ दिया गया.
स्थानीय लोगों का कहना है कि मायापुरी के डी ब्लॉक में लगभग 30 सालों से पब्लिक टॉयलेट बना हुआ था. जिससे लोगों को पब्लिक टॉयलेट की सुविधाएं मिल रही थी. लेकिन कुछ स्थानीय लोगों की शरारत पर इस टॉयलेट को तोड़ दिया गया. वहीं अब जब इस टॉयलेट को बनाने की कोशिश की जाती है, तो रातों-रात ही इस टॉयलेट को तोड़ दिया जाता है.
टॉयलेट के लिए बजट भी है पास
स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां पब्लिक टॉयलेट के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की ओर से बजट भी पास कराया गया था. जिसके चलते इस टॉयलेट को बनाया जाना था. वहीं काम भी शुरू किया गया. लेकिन आधे अधूरे में ही इस टॉयलेट को तोड़ दिया गया. ऐसे में जब लोग स्थानीय निगम पार्षद और नगर निगम के अधिकारियों से बात करते हैं, तो अधिकारी साफ तौर पर इसका ठीकरा आसपास के उन शरारती तत्वों पर फोड़ देते हैं. जो इस टॉयलेट को बनने देना नहीं चाहते. जिसकी वजह से ये पब्लिक टॉयलेट अधर में ही लटका हुआ है और लोग परेशान हो रहे हैं.
राजनीति के चलते रुका है काम
स्थानीय लोगों का आरोप है कि कई बार स्थानीय बीजेपी निगम पार्षदा किरण चोपड़ा से इसकी शिकायत कर चुके हैं. लेकिन वोट बैंक और राजनीति के चलते निगम पार्षदा इस और कोई ध्यान नहीं दे रही और आश्वासन मात्र देकर काम को टाल रही है.