नई दिल्ली: राजधानी में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच ऑक्सीजन की भारी किल्ल्त (Delhi oxygen crisis) हो गई थी. ऐसे समय में कई संक्रमितों को जान भी गंवानी पड़ी थी. इसको लेकर वेस्ट दिल्ली स्थित मायापुरी के सबसे बड़े विनायक गैस प्लांट (Vinayak Gas Plant) के मालिक का कहना है कि ऑक्सीजन के लिए लोग अभी भी आते हैं, लेकिन अब समस्या महज 25 फीसदी रह गई है.
सुधरे हालात, अब ऑक्सीजन की मारामारी नहीं
दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत के बीच विनायक गैस प्लांट (Vinayak Gas Plant) से लोगों को 24 घंटे ऑक्सीजन उपलब्ध होता रहा. यहां तक कि घरों में इस्तेमाल होने वाले छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर को रिफिल करने के लिए, इस प्लांट से पैसे तक नहीं लिए जाते थे. प्लांट के मालिक का कहना है कि वह हालात ऐसे थे कि मन घबराता था. लोग ऑक्सीजन के लिए परेशान हो रहे थे. ऑक्सीजन की किल्लत हो रही थी. वह वक्त ईश्वर दोबारा ना लौटाए. उन्होंने कहा कि उस वक्त उनके ऑफिस के स्टाफ ने भी 24 घंटे मेहनत की और इसके साथ शासन-प्रशासन और पुलिस का भी पूरा सहयोग मिला.
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दिल्ली सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर (corona third wave) के आने की आशंकाओं को देखते हुए राजधानी (Delhi) में तीन ऑक्सीजन डिपो (oxygen depo) बनाने की घोषणा की थी. इसी विनायक गैस प्लांट को पश्चिमी जिले का ऑक्सीजन डिपो बनाया गया है. दिल्ली के सीएम के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी विनायक ऑक्सीजन प्लांट द्वारा जरूरत के वक्त दिन-रात मदद करने के लिए तारीफ की थी.