नई दिल्ली: दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के दावे करते रहते हैं लेकिन हाल ही में सरकारी स्कूल की छात्राएं सड़क पर पकौड़े बेचते हुए नजर (delhi government school student sold fritters) आईं. लेकिन वे किसी मजबूरी के चलते नहीं, बल्कि स्कूल के एक कोर्स के तहत ऐसा कर रही थीं. दरअसल बच्चों में पढ़ाई के साथ स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए 2 साल पहले 'बिजनेस ब्लास्टर' कोर्स की शुरुआत की गई थी. इसके तहत 11वीं 12वीं के छात्र अपने हुनर के अनुसार ट्रेनिंग लेते हैं.
इसके अंतर्गत नांगल इलाके में अलग-अलग सरकारी स्कूल की छात्राएं, बाजार में दुकान लगाकर पकौड़े बनाकर बेचती हुई नजर आईं. इसके पीछे स्कूल का मकसद यह है कि बच्चों को इस बात से रूबरू कराया जाए कि व्यवसाय कैसे किया जाता है. सरकार की तरफ से इसके लिए प्रत्येक छात्र को 2 हजार रुपये मुहैया कराए जाते हैं जिससे की उन्हें इस बात का ज्ञान हो सके की व्यवसाय में फायदा कैसे होता है और कैसे इसे चलाया जाता है. ट्रेनिंग के दौरान छात्र मुनाफा अर्जित करने के लिए अपना हुनर दिखाते हैं.
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बता दें कि बिजनेस ब्लास्टर कोर्स के अंतर्गत छात्र-छात्राएं ज्वैलरी डिजाइनिंग, पेपर से बनाए गए सजावट के सामान एवं आउटडोर मार्केटिंग का काम भी करने की ट्रेनिंग लेते हैं. इसके बाद शिक्षकों द्वारा उनसे प्रैक्टिकल भी कराया जाता है. पकौड़े बनाने वाली इन छात्राओं ने बताया कि इस तरह के प्रोजेक्ट से आने वाले जीवन में व्यवसाय करने की प्रेरणा मिलती है.
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