नई दिल्ली: वेस्ट दिल्ली के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल को केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा क्वालिटी सर्टिफिकेट मिला है. 500 से अधिक बेड वाले अस्पतालों की फेहरिस्त में यह दिल्ली का इतलौता अस्पताल है, जिसे यह सर्टिफिकेट दिया गया है.
दरअसल, सरकारी और निजी अस्पतालों को नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस स्कीम और लक्ष्य स्कीम के तहत प्रमाणित किया जाता है. इसके मानदंडों में सबसे प्रमुख होता है क्वालिटी ऑफ सर्विस, मतलब अस्पताल में आने वाले मरीजों को किस तरह की सुविधा दी जा रही है और यह सुविधा किस-किस डिपार्टमेंट में मिलती है. डीडीयू अस्पताल के सभी 18 विभागों को यह सर्टिफिकेट दिया गया है. इसे लेकर अस्पताल के एमडी डॉक्टर बीएल चौधरी ने कहा कि अस्पताल प्रशासन के लिए यह गर्व की बात है. उन्होंने दावा करते हुए कहा कि अन्य राज्यों के अभी पूरे आंकड़े नहीं आए हैं, लेकिन 640 बेड की क्षमता वाला यह अस्पताल इस कैटेगरी में नंबर एक है.
उन्होंने कहा कि अस्पताल में मिलने वाली सेवाओं के साथ-साथ साफ सफाई, मरीजों का ऑनलाइन फीडबैक और भर्ती हुए मरीजों की छुट्टी होने के बाद उनसे मिलने वाले फीडबैक के आधार पर तीन राउंड के बाद स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा यह सर्टिफिकेट दिया जाता है.
एमडी बीएल चौधरी ने दावा किया कि डीडीयू अस्पताल पहले लोकल स्तर पर अव्वल आया. उसके बाद यह स्टेट और फिर राष्ट्रीय स्तर पर भी अव्वल रहा. दिल्ली में 500 या उससे अधिक बेड के अस्पतालों की सूची में राम मनोहर लोहिया अस्पताल, जीटीबी अस्पताल सहित अन्य कई को पछाड़कर डीडीयू अव्वल बना. वहीं, दिल्ली के 100 और 200 बेड वाले कुछ अन्य अस्पतालों को भी क्वालिटी सर्टिफिकेशन दिया गया है. यह सम्मान आचार्य भिक्षु अस्पताल, संजय गांधी अस्पताल, लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल सहित कुछ अन्य अस्पतालों को मिला है.
उन्होंने बताया कि मानदंडों में मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं सहित अस्पताल में आने के बाद होने वाले इन्फेक्शन का प्रतिशत, बायो मेडिकल वेस्ट एवं अस्पताल का इंफ्रास्ट्रक्चर आदि शामिल होता है. साथ ही अस्पताल में काम करने वाले कर्मचारियों की संतुष्टि भी अहम मानक होता है. उन्होंने कहा कि अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है और तब जाकर डीडीयू अस्पताल में आने वाले मरीजों को सारी सुविधाएं मिल पाएगी. हमारा प्रयास है कि अस्पताल इसी तरह मरीजों को सेवा व सुविधा देता रहे.
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