नई दिल्ली: राजौरी गार्डन इलाके में डीसी, डीएम, डीसीपी, डिप्टी डायरेक्टर ऑफिस के साथ साथ कई मॉल और मेट्रो स्टेशन हैं. बावजूद इसके मुख्य रास्ते पर एक तरफ मलबा जमा है तो दूसरी तरफ जंगल है लेकिन कोई देखने वाला नहीं है.
राजौरी गार्डन मेट्रो स्टेशन से लोग मेन रोड से होकर मॉल या डीसी, डीसीपी या डीएम दफ्तर के लिए जाते हैं. कई बार अकेली लड़कीं और महिलाएं भी जाती हैं. लेकिन यहां मेंन रोड पर एक तरफ मलबा है तो दूसरी तरफ जंगल है.
ऐसे में कभी भी कोई वारदात होने का अंदेशा बना रहता है. अब मेट्रो भी शुरू होने वाली है. जिसके कारण देर रात तक रास्ते पर आवाजाही बढ़ जाएगी. लेकिन संबंधित एजेंसी को मानो कोई फिक्र ही नहीं है कि इस मलबे को हटा दे और इन जंगलों को काट दे. जिससे लोगों को राहत मिले.
रात ही नहीं दिन में भी लगता है डर
इन रास्तों पर अभी आवाजाही कम है लेकिन जब से मेट्रो चलनी शुरू होगी, फिर तो सुबह से लेकर देर रात तक आवाजाही भी बढ़ेगी. ऐसे में इन जंगलों से होकर गुजरने से लोगों को डर स्वाभाविक है. क्योंकि जंगल बड़ा है और इतने बड़े पेड़ों के पीछे छुप कर कोई भी आसानी से आपराधिक वारदात को अंजाम दे सकता है. साथ ही जंगल होने के कारण सांप और अन्य कीड़ों का भी खतरा बना हुआ है. लेकिन एजेंसी शायद किसा बड़े हादसे का इंतजार कर रही है.