नई दिल्ली: दिल्ली के मॉडल टाउन आप विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी पर टिकट बेचने के लगे आरोप मामले में पुलिस ने 3 आरोपियों को पैसों के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. पुलिस अब अखिलेश पति त्रिपाठी और वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता से पूछताछ कर रही है. इस डील में 20 लाख रुपये वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता को भी दिए गए हैं. पूरे मामले में विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के पिए और रिश्तेदार (साले) के अलावा अन्य आरोपी प्रिंस रघुवंशी का नाम भी शामिल है.
एंटी करप्शन ब्रांच ने (ACB interrogation of AAP MLA) आम आदमी पार्टी के मॉडल टाउन विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के रिश्तेदार और एक अन्य आरोपी को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि दिल्ली में होने वाले निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी के टिकट के लिए गोपाल खाली नाम के एक व्यवसाई से 90 लाख रुपये की डील की गई थी. 55 लाख रुपये देने के बाद भी टिकट नहीं मिला तो पीड़ित ने उसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो में कर दी. एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने जाल बिछाकर मॉडल टाउन से विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले ओम सिंह और पीए शिव शंकर पांडेय उर्फ विशाल पांडेय व प्रिंस रघुवंशी सहित तीन आरोपियों को 33 लाख रुपए लौटाते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया. पीड़ित गोपाल खारी ने आरोप लगाया कि उन्होंने अखिलेश पति त्रिपाठी कहने पर 20 लाख वजीरपुर से आम आदमी पार्टी के विधायक राजेश गुप्ता को भी दिए थे. अब एंटी करप्शन ब्रांच टीम दोनों ही विधायकों से पूछताछ करेगी.
जानकारी के अनुसार एसीबी अफसरों ने दावा किया है कि उनके पास मामले से संबंधित सभी तथ्य मौजूद हैं और बुधवार को मामले से जुड़े 4 वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल किए गए थे. एंटी करप्शन ब्यूरो चीफ मधुर वर्मा ने बताया कि सोमवार को कमला नगर निवासी गोपाल खारी ने एंटी करप्शन ब्रांच में शिकायत दी थी. गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी को टिकट दिलाने के लिए 9 नवंबर को मॉडल टाउन विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने राणा प्रताप बाग स्थित दफ्तर पर मिलने के लिए कहा और टिकट दिलाने के बदले 90 लाख रुपये की पेशकश की गई. बाकी की रकम टिकट फाइनल होने के बाद अखिलेश पति त्रिपाठी के साले ओम सिंह को देने के लिए कहा गया. 11 नवंबर को दो क़िस्त में 35 लाख रुपए ओम सिंह को दिए गए और साथ ही 20 रुपये वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता को अखिलेश पति त्रिपाठी के कहने पर 12 नवंबर को दिए गए. बाकी के 35 लाख रुपए टिकट फाइनल होने पर देने की बात की गई. उसके बाद आम आदमी पार्टी की ओर से 12 नवम्बर को निगम चुनाव में उम्मीदवारों की सूची जारी की गई. सूची में गोपाल खारी की पत्नी शोभा खारी का नाम नहीं था, इस पर विधायक के साले ओम सिंह ने पीड़ित को पैसे वापस करने के लिए कहा.
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अब पीड़ित की शिकायत के आधार पर एंटी करप्शन ब्रांच ने मामला दर्ज कर टीम का गठन किया और मामले में कार्रवाई करते हुए मंगलवार को विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी के साले ओम सिंह, विशाल पांडेय और अन्य आरोपी प्रिंस रघुवंशी को पीड़ित गोपाल खारी के घर से 33 लाख रुपए की रकम के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी पीड़ित को पैसे वापस करने के लिए आए हुए थे. एसीबी ने मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों के खिलाफ छानबीन शुरू कर दी है, और साथ ही वजीरपुर विधायक राजेश गुप्ता व विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी से भी पूछताछ कर रही है.
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