नई दिल्ली/गाजियाबाद: आम लोगों के बीच अपनी छवि सुधारने में जुटी गाजियाबाद पुलिस एक बार फिर बेनकाब हुई है. कुछ दिनों पहले विजयनगर थाना पुलिस ने सीमेंट से लदे ट्रैक्टर को बरामद कर चोरी के आरोप में एक युवक को पकड़ने का दावा किया था. लेकिन जांच के दौरान यह पूरा मामला डकैती का निकला.
पूरा मामला जानिए
बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर बृजपाल सिंह का तिगरी कट पर ऑफिस है. वो राहुल विहार का रहने वाला है. उसने 29 जुलाई को ऑफिस के बाहर किसी को सप्लाई करने के लिए 400 बोरी सीमेंट लदा ट्रैक्टर खड़ा किया था. रखवाली के लिए ड्राइवर सर्वेश बाहर सो रहा था.
ड्राइवर सर्वेश के मुताबिक 29 जुलाई की रात 12 बजे करीब 10 लोग आए और आरोपितों ने उन्हें दबोच लिया. ड्राइवर को दबोचने के बाद आरोपित ट्रैक्टर सहित 400 बोरी सीमेंट को लूट कर फरार हो गए.
बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर बृजपाल का कहना है कि उन्होंने पहले आरोपितों के नाम से तहरीर लिखवाई थी. जिसे विजयनगर पुलिस ने मानने से मना कर दिया. इतना ही नहीं इस पूरे मामले में घायल ड्राइवर सर्वेश, पप्पू व नरेंद्र का मेडिकल तक नहीं कराया गया. जबकि नरेंद्र के सिर में 7 टांके लगे हैं.
मेरठ जोन के आईजी ने लिया संज्ञान
डकैती की घटना को चोरी की घटना लिखने के संबंध में गाजियाबाद के पुलिस कप्तान सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि उन्हें मीडिया से इस पूरे मामले की जानकारी मिली है.
इस घटना की जांच के लिए विजयनगर थानाध्यक्ष को निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि मेरठ जोन के आईजी आलोक सिंह ने भी इस पूरे मामले की जांच रिपोर्ट मांगी है. बहुत जल्द जांच पूरी कर उन्हें रिपोर्ट भेज दी जाएगी.