नई दिल्ली: दिल्ली की बादली और बुराड़ी विधानसभा में जहांगीरपुर गांव और कॉलोनी है. इलाके में समस्या का अंबार है और सालों से लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं. (Lack of basic facilities in Jahangirpur village) यहां के लोगों को नाली के पानी की निकासी से लेकर पीने के लिए पानी की समस्या तक सामना करना पड़ता है. साथ ही बादली और बुराड़ी विधानसभा का यह हिस्सा आज भी दिल्ली सरकार के परिवहन सेवा से अछूता है. जबकि बाहरी रिंग रोड से यह इलाका पूरी तरह जुड़ा है. इसके बावजूद इलाके के लोगों को बस पकड़ने के लिए 2 से 3 किलोमीटर तक हर रोज पैदल रिंग रोड पर आना जाना पड़ता है.
लोगों ने बताया कि यह इलाका काफी पुराना है और बादली और बुराड़ी विधानसभा के किनारों पर बसा है. इलाके की आबादी भी दो से ढाई हजार है, लेकिन उन्हें किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. लोगों ने बताया कि यहां पर समस्याएं इतनी है कि उन्हें गिनाया नहीं जा सकता. लोगों के घरों में बिजली विभाग की ओर से बिजली नहीं दी जा रही है. गंदे पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है, सड़कें टूटी है.
दिल्ली सरकार के परिवहन विभाग की ओर से यहां पर सार्वजनिक बसें नहीं चलाई जा रही हैं. यदि कोई बीमार हो जाए तो वह भगवान भरोसे अस्पताल पहुंचता है. टूटी सड़कों के कारण एम्बुलेंस व दमकल की गाड़ियां भी यहां नहीं पहुंच सकती. इलाके में गंदगी के ढेर लगे हैं. बरसात के दिनों में पानी की निकासी का कोई रास्ता नहीं है. लोगों के इलाके में डेंगू व मलेरिया जैसी बीमारियों के पनपने का डर बना रहता है. इलाके के लोगों ने कई बार अपने जनप्रतिनिधियों से समाधान की गुहार लगाई, लेकिन समस्या पर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. काम के नाम पर उन्हें हर बार आश्वासन ही मिल रहे हैं.
ये भी पढ़ें: एकीकृत MCD का पहला बजट 16,023 करोड़ रुपये का, सफाई-प्रशासन और शिक्षा पर जोर
लोगों ने बताया कि बादली विधानसभा उत्तर-पश्चिम लोकसभा में आती है. इलाके से भाजपा के सांसद हंसराज हंस हैं और विधायक अजेश यादव हैं. जबकि, बुराड़ी विधानसभा उत्तरी पूर्वी लोकसभा में आती है. यहां से भाजपा के सांसद मनोज तिवारी हैं और विधायक आम आदमी पार्टी के संजीव झा हैं. एक ओर जहां दिल्ली सरकार दिल्ली के विकास के लिए करोड़ों रुपए खर्च कर प्रचार प्रसार करने में व्यस्त हैं, तो दिल्ली का है इलाका आज भी सुविधाओं से महरूम है.
इलाके के लोगों का कहना है कि जब भी स्थानीय लोग अपनी समस्याओं को लेकर जनप्रतिनिधियों के पास या संबंधित विभाग में जाते हैं तो लोगों की समस्या का समाधान नहीं होता. उन्हें केवल जल्द काम होने के आश्वासन दिए जाते हैं, अब लोग परेशान हो चुके हैं और समाधान की मांग कर रहे हैं .
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप