नई दिल्लीः दिल्ली देहात के नजफगढ़ इलाके में नेशनल हाईवे का काम तेज गति से चल रहा है. उसका निरीक्षण करने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उपराज्यपाल विजय सक्सेना पहुंचे. वे सड़क पर उतरकर दूर तक हाईवे का निरीक्षण करने के लिए चल पड़े. इस दौरान पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा, उत्तर-पश्चमी दिल्ली के सांसद हंसराज हंस, बीजेपी विधायक विजेंदर गुप्ता और रामवीर सिंह बिधूड़ी आदि भी पहुंचे.
गौरतलब है कि दिल्ली के तीसरे रिंग रोड का 58 फीसदी काम पूरा हो चुका है. एनसीआर के कई शहरों को इससे फायदा मिलने वाला है. इस साल के अंत तक इसे शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा दिल्ली को जाम और प्रदूषण की समस्या से निजात मिलेगी. गौरतलब है कि अर्बन एक्सटेंशन टू दिल्ली का तीसरा रिंग रोड बनेगा और जल्दी से रफ्तार मिलेगी. एक तरह से दिल्ली के तीसरे रिंग रोड के तौर पर इसे तैयार किया जा रहा है. दिल्ली-एनसीआर के बढ़ते ट्रैफिक से इससे राहत मिल सकेगी. करीब 777.15 करोड़ रुपए की लागत से बन रहे फ्लाईओवर की पूरी लंबाई 75.7 किलोमीटर है. यह चार से छह लेन का एक्सप्रेसवे है. दिसंबर तक पूरा होने की उम्मीद है.
एनएचएआई ने इस परियोजना को पांच भागों में डिवाइड किया और इस पर निर्माण चल रहा है. इस परियोजना को साल 2023 के दिसंबर महीने तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस प्रोजेक्ट पर काम 58 फीसदी पूरा हो चुका है. यह राष्ट्रीय राजमार्ग 48 गुड़गांव एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगी. बहादुरगढ़ से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचना आसान हो जाएगा. इसका फायदा सिर्फ फरीदाबाद की नहीं बल्कि और शहरों के लोगों को भी होगा.
बताया गया कि पश्चिमी दिल्ली के सांसद प्रवेश वर्मा केंद्रीय मंत्री नितिन गड़गड़ी के पास इस एक्सप्रेस-वे का आईडिया लेकर गए थे. पहले यह बहुत मुश्किल प्रोजेक्ट लग रहा था, लेकिन केंद्र सरकार, दिल्ली सरकार के सभी प्रयासों से सफल हो पाया है. नितिन गडकरी ने बताया कि गाजीपुर के कचड़े का प्रयोग इसे बनाने में किया जा रहा है. हमारी कोशिश है कि दिल्ली में कचरे का पहाड़ भी खत्म किया जाए. उन्होंने कहा कि यह तो अभी ट्रेलर है पिक्चर अभी बाकी है.