नई दिल्ली: साढ़े 12 महीने बाद दिल्ली-हरियाणा का टिकरी बॉर्डर खाली हो गया है. किसानों का आंदोलन खत्म होने और उनके वापस चले गये हैं, जिससे एक बार फिर पहले की तरह पुरानी तस्वीर सामने आ रही है. दोनों तरफ से आसानी से गाड़ियां आ जा रही हैं. आसपास की दुकानें भी खुल गई हैं, जो एक साल से बंद पड़ी थीं. पेट्रोल पंप भी खुल गया है जो किसान आंदोलन के चलते बंद था.
आस-पास की फैक्ट्रियों में काम करने वाले जो लोग एक स्टेशन पहले उतरकर करीब एक किलोमीटर पैदल चलकर फैक्ट्री में ड्यूटी करने जाते थे. उन्हें अब राहत मिल गई है, क्योंकि वह अब बॉर्डर के पास के मेट्रो स्टेशन पर उतरकर अपने काम तक पहुंच रहे हैं.
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बॉर्डर पर मेडिकल स्टोर्स चलाने वाले दुकानदार किसानों की घर वापसी से बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि किसानों के घर वापसी से उन्हें अब दुकान तक पहुंचने में कोई कठिनाई नहीं हो रही है. हालांकि उन्होंने किसानों के आंदोलन के चलते दुकान की कमाई पर काफी असर पड़ा था अब उसके बढ़ने की उम्मीद जता रहे हैं.
वहीं किसानों के घर लौटने की वजह से अब बॉर्डर पूरी तरह खुल चुका है, जिससे यहां के दुकानदार और आने-जाने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है. लोगों को उम्मीद है कि अब सब कुछ पहले की तरह सामान्य हो जाएगा.
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