नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली का चुनावी बिगुल बज चुका है और सभी पार्टियां अपने चुनाव प्रचार-प्रसार में जुटी हुई है. अहम बात ये है कि दिल्ली की 70 सीटों पर होने वाले विधानसभा चुनाव में द्वारका सीट बेहद ही रोचक और अस्तित्व की लड़ाई वाली सीट है. यहां से आम आदमी पार्टी और कांग्रेस न केवल चुनाव लड़ रही हैं, बल्कि प्रत्याशियों के फेरबदल होने से अहम की लड़ाई पर भी उतारू हैं.
कांग्रेस छोड़ 'आप' में पहुंचे विनय मिश्रा
गौर करने वाली बात ये है कि कांग्रेस के पूर्वांचली चेहरे और कद्दावर नेता महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा इस बार आम आदमी पार्टी के टिकट पर द्वारका विधानसभा से चुनाव मैदान में है. तो वहीं उनके विपरीत कांग्रेस से आदर्श शास्त्री है. हाल ही में आदर्श शास्त्री भी आम आदमी पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं. ऐसे में द्वारका विधानसभा सीट बेहद ही रोचक और महत्वपूर्ण मानी जा रही है. क्योंकि यहां पर दोनों ही नेताओं ने पार्टियां बदली है और दोनों ही अपने अस्तित्व की लड़ाई में लगे हुए हैं.
क्या है द्वारका विधानसभा का चुनावी समीकरण
आपको बता दें कि द्वारका विधानसभा पश्चिमी लोकसभा सीट के अंतर्गत आती है जिसमें-
- अनुसूचित जाति के वोटरों की संख्या 12 64 प्रतिशत है.
- वहीं दो लाख 12 हजार 558 मतदाता वाला ये विधानसभा है.
बता दें कि साल 2002 में गठित परिसीमन आयोग ने इस क्षेत्र को 2008 में विधानसभा सीट बनाने की सिफारिश की थी, जिसके बाद 2008 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से महाबल मिश्रा ने जीत हासिल की थी. 2015 के विधानसभा चुनाव और मौजूदा विधायक आदर्श शास्त्री हैं, जो कि आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़े थे. लेकिन इस बार वे कांग्रेस से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.
द्वारका विधानसभा से प्रत्याशी
- बीजेपी- प्रद्युमन राजपूत
- आम आदमी पार्टी- विनय मिश्रा
- कांग्रेस- आदर्श शास्त्री
फिलहाल द्वारका विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच आपसी अस्तित्व की लड़ाई है और देखने वाली बात होगी कि बीजेपी द्वारका विधानसभा सीट पर कभी भी जीत हासिल नहीं कर पाई है और ऐसे में कांग्रेस और 'आप' की इस लड़ाई में कितनी भागीदारी जाती है और आम जनता किस पर भरोसा जताती है.