नई दिल्ली: जेएनयू में कुलपति प्रो एम जगदीश कुमार पर हमला करने वाले छात्रों की पहचान हो गई है. वहीं जेएनयू प्रशासन ने इन छात्रों के खिलाफ कुलपति पर हमला करने और सभी प्रशासनिक अधिकारियों का घेराव करने के साक्ष्य मिलने के बाद सख्त कार्रवाई की है.
जेएनयू प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मामले की जांच पूरी होने तक इन्हें अकादमी गतिविधियों से निलंबित करने, हॉस्टल से निष्कासित करने और जेएनयू परिसर से बाहर रहने की सजा सुनाई है. इसके अलावा अन्य छात्रों को भी निर्देश दिए गए हैं कि यदि किसी ने इन छात्रों को शरण दी तो उसके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
2 छात्रों पर लगा वीसी से बदसलूकी का आरोप
बता दें कि इन दोनों छात्रों पर शनिवार को कुलपति के साथ बदसलूकी करने का आरोप है. शनिवार को हुई इस घटना को लेकर कुलपति ने बताया था कि जब वे आर्ट्स एंड एस्थेटिक में परीक्षा का जायजा लेने गए थे. उस दौरान 10 से 15 छात्रों ने उनका घेराव कर लिया था. साथ ही उनकी गाड़ी क्षतिग्रस्त कर डाली और उन्हें भी शारीरिक रूप से क्षति पहुंचाने की कोशिश की. इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मशक्कत से कुलपति को बचाया था. इस घटना की जांच शुरू हो गई है साथ ही उन 2 छात्रों की पहचान कर ली गई है जो इसमें शामिल थे.
निलंबित हुए आरोपी छात्र
बता दें कि इन दोनों छात्रों के खिलाफ कुलपति और विश्वविद्यालय के अधिकारियों का घेराव करने, कुलपति की कार को क्षतिग्रस्त करने और उनके साथ अभद्रता और धक्का-मुक्की करने के सभी साक्ष्य मौजूद हैं. वहीं जेएनयू प्रशासन ने इन दोनों छात्रों को सजा देते हुए इन्हें सभी अकादमी गतिविधियों से निलंबित कर दिया है. साथ ही इन्हें हॉस्टल से भी बाहर कर दिया गया है. इसके अलावा इन दोनों छात्रों को जेएनयू परिसर में आने की मनाही हो गई है.
शरण देने वालों को भी मिलेगी सजा
वहीं प्रॉक्टर ने सभी छात्रों के निर्देश दिया है कि यदि किसी ने भी दोनों छात्रों को परिसर में जगह दी तो उनके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वहीं जेएनयू छात्रसंघ ने कुलपति की ओर से दिए गए बयान को झूठा कहा और कहा कि जब छात्रों ने कुलपति से बढ़ी हुई फीस के मुद्दे को लेकर बात करनी चाही तो वो गाड़ी में बैठ कर भाग गए.