नई दिल्ली: 15 अगस्त को भारत देश 77वां स्वतंत्रता दिवस मनाएगा. पीएम मोदी लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे. इसको लेकर दिल्ली पुलिस के साथ तमाम सुरक्षा एजेंसियां लाल किला के साथ-साथ दिल्ली के बॉर्डर की सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में लग गई हैं. डीसीपी वेस्ट विचित्र वीर ने बताया कि पश्चिमी जिला में जो भी महत्वपूर्ण जगह है वहां पर काफी पहले से ही अलर्ट बढ़ा दी गई थी. ग्रुप पेट्रोलिंग हर एक थाना की पुलिस टीम कर रही है. चिह्नित किए गए जगह पर बैरिकेडिंग करके नजर रखी जा रही है और गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है
बात करें सुरक्षा व्यवस्था की तो लाल किला और प्रधानमंत्री की सुरक्षा को लेकर दो महीने पहले से ही तैयारियां चल रही हैं, लाल किला की दीवार से दिल्ली के बॉर्डर तक सुरक्षा के अचूक और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. सुरक्षा की जिम्मेदारी कई लेयर में विभिन्न एजेंसियों को दी गई है. इनमें एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं. वहीं, प्रधानमंत्री के रूट से लाल किला तक 10 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है.
लाल किले पर कैसी रहेगी सुरक्षा व्यवस्था
- लाल किले के चारों ओर हवाई निगरानी होगी. इलाके को नो काइट फ्लाइिंग जोन घोषित किया गया.
- सभी सुरक्षाकर्मी जनता और आमंत्रित व्यक्तियों की जांच करने के बाद ही अंदर प्रवेश देंगे.
- बैग, बॉक्स, कैमरा, कार की चाबियां और ऐसे अन्य सामान साथ ले जाने की अनुमति नहीं होगी.
- VVIP के जाने के बाद ही बाड़े के पीछे की ओर से व्यवस्थित तरीके से निकासी की जाएगी.
- कार्यक्रम के समापन के बाद भीड़ नेताजी सुभाष मार्ग पर लाल किले की ओर बढ़ सकती है.
- कार्यक्रम खत्म होने के आदेश की घोषणा होने से पहले कोई भी अधिकारी अपने ड्यूटी नहीं छोड़ेगा.
- VVIP काफिले के लिए खास सुरक्षा व्यवस्था की गई है. इनके लिए अलग रूट तय किया गया है.
दिल्ली में 36 हजार सुरक्षाकर्मी रहेंगे तैनात
यमुना में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है. एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के 36,000 जवानों की तैनाती लाल किले के समारोह और आसपास के इलाकों की सुरक्षा के लिए की गई है. खास बात है कि इस बार एनएसजी के ट्रेन कमांडो 7 पॉइंट पर मुस्तैद रहेंगे. 15 लोकेशन पर एनएसजी के स्नाइपर्स की पैनी नजर रहेगी.
लाल किले के आसपास करीब 8 किलोमीटर के दायरे में सुरक्षा एजेंसियों की जमीन से आसमान तक निगरानी रहेगी. वहीं, दिल्ली पुलिस ने 400 टॉप रूट तैयार किए हैं, जहां पर दिल्ली पुलिस के जवान 15 अगस्त तक तैनात रहेंगे. इन जवानों के हाथों में लाल और सफेद रंग का झंडा होगा. लाल झंडा अगर कोई जवान दिखता है, तो सुरक्षा एजेंसी खतरे का अलर्ट भाप लेगी. सफेद झंडा रहेगा तो सब कुछ नॉर्मल का प्रतीक होगा.
फिलहाल किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए 10 अगस्त से ही राजघाट, आईटीओ, लाल किला के आसपास के इलाकों में धारा 144 लगाई जा चुकी है. 13 अगस्त यानी रविवार को फुल ड्रेस रिहर्सल आयोजित की जा चुकी है. इस दौरान तमाम बंदोबस्त ठीक उसी तरह रहे जो 15 अगस्त के दिन हैं.
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