ETV Bharat / state

दिल्ली: विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का मास्टरमाईंड गिरफ्तार

पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाइंड को गिरफ्तार किया (police arrested mastermind of gang) है. आरोपी के पास से 5 ब्लैंक वीजा, 1 मैक्सिको का वीजा, इटली और पोलैंड का पर्मानेंट रेजिडेंट कार्ड और 1 मोबाइल फोन बरामद किया गया है.

fake visa gang mastermind arrested in delhi
fake visa gang mastermind arrested in delhi
author img

By

Published : Nov 17, 2022, 11:00 AM IST

नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाईंड (police arrested mastermind of gang) को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मंजीत उर्फ बब्बू के रूप में हुई है. यह भी सामने आया है कि वह पंजाब के जालंधर का रहने वाला है.

डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि आईजीआईए थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायतकर्ता गुरनूर सिंह ने बताया था कि सोशल मीडिया के माध्यम से वह अमित गौर नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया था, जिससे उनसे टूरिस्ट और स्टूडेंट वीजा के लिए रिफरेंस मांगा था. इसपर आरोपी ने देश-विदेश में एजेंटों से अपने संपर्क का हवाला देकर पीड़ित को अपने विश्वास में लिया. बाद में आरोपी ने पीड़ित को वीजा के लिए आईइएलटीएस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के 5 स्टूडेंट का रिफरेंस दिया. इसके लिए आरोपी को 18 लाख रुपये दिए गए. लेकिन जब वीजा को ऑस्ट्रेलियन एंबेसी से वेरीफाई कराया गया तो वीजा के फर्जी होने का पता चला, जिसपर आरोपी ने आईजीआईए थाने में शिकायत दर्ज काराई थी.

विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के रैकेट को देखते हुए, एसीपी, वीरेंद्र मोर की देखरेख में एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई नवीन मीना, हेड कॉन्स्टेबल विनोद और कॉन्स्टेबल नितिन की टीम का गठन किया गया था. जांच में जुटी पुलिस टीम ने निरंतर प्रयासों के बाद 11 सितंबर को अमित गौर को धर दबोचा. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि, 2017 में वह दिल्ली के रहने वाले टैगोर गार्डन के एक कमीशन एजेंट चंद्रिका प्रसाद उर्फ चंदन के द्वारा, एजेंट, नितिन, मंजीत और विजय के संपर्क में आया था. ये सभी फेक वीजा और ट्रैवल डॉक्यूमेंट बनाने में माहिर थे, और वो इसके लिए ऑफिस खोलकर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे.

जांच में पता चला कि नितिन नजारा और विजय कुमार, सिंडिकेट के मास्टरमाईंड मंजीत उर्फ बब्बू के साथ मिलकर जाली दस्तावेज और फर्जी वीजा बना कर ठगी के इस रैकेट को चला रहे थे. ये सभी देशों के फेक ट्रैवेल डॉक्युमेंट्स बनाते थे. यह भी सामने आया कि वे देशभर में यह काम कर रहे थे, और पंजाब-हरियाणा में सक्रिय एजेंट्स को लगातार फेक ट्रैवेल डॉक्युमेंट्स उपलब्ध करवा रहे थे.

पुलिस ने गैंग के मास्टरमाईंड को किया गिरफ्तार

इसके बाद पुलिस टीम ने लगातार प्रयास के बाद 15 अक्टूबर को पंजाब, होशियारपुर के निवासी विजय कुमार, दिल्ली के मालवीय नगर के नितिन नजारा और बुराड़ी के रहने वाले चंदन चौहान को धर दबोचा. पुलिस ने इनके कब्जे से 19 पासपोर्ट, 26 फेक वीजा, अलग-अलग देशों के 2 हजार से ज्यादा ब्लैंक वीजा, 165 फेक वीजा स्टैंप, 127 वीजा बनाने वाली डाई, 8 हाई क्वालिटी की प्रोफेशनल प्रिंटिंग और लेमिनेशन मशीन, अलग-अलग देशों के 35 पीआर कार्ड और आधार कार्ड बनाने के लिए 1,150 ब्लैंक प्लास्टिक कार्ड बरामद किए.

यह भी पढ़ें-दिल्ली दंगा: शाहबाज के पास मिला पुलिस से लूटा गया पिस्टल, छेनू गैंग के 3 सदस्य भी गिरफ्तार

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मंजीत उर्फ बब्बू, इस पूरे सिंडिकेट का मास्टरमाईंड है, और इसने देशभर में अपना जाल फैला रखा है. ये अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद अपने घर से फरार हो गया था, और लगातार पुलिस को चकमा देकर बच रहा था. पुलिस भी इसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी जिसके अंतर्गत आखिरकार पुलिस को पंजाब में उसके मूवमेंट का पता चला. इसपर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने पंजाब से इसे दबोच लिया. इसके पास से 5 ब्लैंक वीजा, 1 मैक्सिको का वीजा, इटली और पोलैंड का पर्मानेंट रेजिडेंट कार्ड और 1 मोबाइल फोन बरामद किया गया है. जांच में पता चला कि वसंत कुंज साउथ और क्राइम ब्रांच में इसपर पहले से ही 2 मामले चल रहे हैं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ के लिए 18 नवंबर तक रिमांड पर ले लिया है और आगे की जांच जारी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट थाने की पुलिस ने विदेश भेजने के नाम पर लोगों से ठगी करने वाले गैंग के मास्टरमाईंड (police arrested mastermind of gang) को गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मंजीत उर्फ बब्बू के रूप में हुई है. यह भी सामने आया है कि वह पंजाब के जालंधर का रहने वाला है.

डीसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि आईजीआईए थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी. शिकायतकर्ता गुरनूर सिंह ने बताया था कि सोशल मीडिया के माध्यम से वह अमित गौर नाम के व्यक्ति के संपर्क में आया था, जिससे उनसे टूरिस्ट और स्टूडेंट वीजा के लिए रिफरेंस मांगा था. इसपर आरोपी ने देश-विदेश में एजेंटों से अपने संपर्क का हवाला देकर पीड़ित को अपने विश्वास में लिया. बाद में आरोपी ने पीड़ित को वीजा के लिए आईइएलटीएस ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के 5 स्टूडेंट का रिफरेंस दिया. इसके लिए आरोपी को 18 लाख रुपये दिए गए. लेकिन जब वीजा को ऑस्ट्रेलियन एंबेसी से वेरीफाई कराया गया तो वीजा के फर्जी होने का पता चला, जिसपर आरोपी ने आईजीआईए थाने में शिकायत दर्ज काराई थी.

विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने के रैकेट को देखते हुए, एसीपी, वीरेंद्र मोर की देखरेख में एसएचओ यशपाल सिंह के नेतृत्व में एसआई नवीन मीना, हेड कॉन्स्टेबल विनोद और कॉन्स्टेबल नितिन की टीम का गठन किया गया था. जांच में जुटी पुलिस टीम ने निरंतर प्रयासों के बाद 11 सितंबर को अमित गौर को धर दबोचा. पूछताछ के दौरान उसने बताया कि, 2017 में वह दिल्ली के रहने वाले टैगोर गार्डन के एक कमीशन एजेंट चंद्रिका प्रसाद उर्फ चंदन के द्वारा, एजेंट, नितिन, मंजीत और विजय के संपर्क में आया था. ये सभी फेक वीजा और ट्रैवल डॉक्यूमेंट बनाने में माहिर थे, और वो इसके लिए ऑफिस खोलकर धोखाधड़ी को अंजाम दे रहे थे.

जांच में पता चला कि नितिन नजारा और विजय कुमार, सिंडिकेट के मास्टरमाईंड मंजीत उर्फ बब्बू के साथ मिलकर जाली दस्तावेज और फर्जी वीजा बना कर ठगी के इस रैकेट को चला रहे थे. ये सभी देशों के फेक ट्रैवेल डॉक्युमेंट्स बनाते थे. यह भी सामने आया कि वे देशभर में यह काम कर रहे थे, और पंजाब-हरियाणा में सक्रिय एजेंट्स को लगातार फेक ट्रैवेल डॉक्युमेंट्स उपलब्ध करवा रहे थे.

पुलिस ने गैंग के मास्टरमाईंड को किया गिरफ्तार

इसके बाद पुलिस टीम ने लगातार प्रयास के बाद 15 अक्टूबर को पंजाब, होशियारपुर के निवासी विजय कुमार, दिल्ली के मालवीय नगर के नितिन नजारा और बुराड़ी के रहने वाले चंदन चौहान को धर दबोचा. पुलिस ने इनके कब्जे से 19 पासपोर्ट, 26 फेक वीजा, अलग-अलग देशों के 2 हजार से ज्यादा ब्लैंक वीजा, 165 फेक वीजा स्टैंप, 127 वीजा बनाने वाली डाई, 8 हाई क्वालिटी की प्रोफेशनल प्रिंटिंग और लेमिनेशन मशीन, अलग-अलग देशों के 35 पीआर कार्ड और आधार कार्ड बनाने के लिए 1,150 ब्लैंक प्लास्टिक कार्ड बरामद किए.

यह भी पढ़ें-दिल्ली दंगा: शाहबाज के पास मिला पुलिस से लूटा गया पिस्टल, छेनू गैंग के 3 सदस्य भी गिरफ्तार

आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि मंजीत उर्फ बब्बू, इस पूरे सिंडिकेट का मास्टरमाईंड है, और इसने देशभर में अपना जाल फैला रखा है. ये अपने साथियों की गिरफ्तारी के बाद अपने घर से फरार हो गया था, और लगातार पुलिस को चकमा देकर बच रहा था. पुलिस भी इसकी तलाश में छापेमारी कर रही थी जिसके अंतर्गत आखिरकार पुलिस को पंजाब में उसके मूवमेंट का पता चला. इसपर प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस ने पंजाब से इसे दबोच लिया. इसके पास से 5 ब्लैंक वीजा, 1 मैक्सिको का वीजा, इटली और पोलैंड का पर्मानेंट रेजिडेंट कार्ड और 1 मोबाइल फोन बरामद किया गया है. जांच में पता चला कि वसंत कुंज साउथ और क्राइम ब्रांच में इसपर पहले से ही 2 मामले चल रहे हैं. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की पूछताछ के लिए 18 नवंबर तक रिमांड पर ले लिया है और आगे की जांच जारी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.