नई दिल्ली: दिल्ली के द्वारका सेक्टर 23 थाना इलाके में पति-पत्नी की मौत का मामला सामने आया है. पोचनपुर गांव में सुबह-सुबह जब पुलिस पहुंची, तो पता चला कि यहां एक मकान में रहने वाले दंपती की मौत हो चुकी है. यह खबर सुनकर पड़ोसी और उसके रिश्तेदार सन्न रह गए. पड़ोसियों ने कहा कि अचानक यह कैसे हो गया. रात में तो अच्छा भला दोनों खाना खाकर सोए थे.
पड़ोसियों का ये भी कहना है कि उन्हें इस घटना के बारे में तब चला जब पुलिस मौके पर पहुंची. फिलहाल, हॉस्पिटल में दोनों मृतकों की बॉडी का पोस्टमार्टम होगा, उसके बाद पूरे मामले का और भी खुलासा किया जाएगा. मौके पर जांच के लिए पुलिस ने फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया है.
''द्वारका पुलिस को 9:30 बजे जब पीसीआर कॉल मिली थी, तो बताया गया सेक्टर 23 द्वारका में एक कमरे में बच्चा रो रहा है. उनके पैरेंट्स कमरे के अंदर पड़े हुए हैं. उस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची, तो पता चला की दरवाजा अंदर से बंद है. खिड़की तोड़कर पड़ोसी अंदर घुसे, तो देखा की दोनों पति-पत्नी कमरे में बेसुध पड़े हुए थे.''
एम हर्षवर्धन, डीसीपी द्वारका
पुलिस की शुरुआती जांच में ये खुलासा: जब पुलिस ने पूरे कमरे की तलाशी ली तो कमरे में जली हुई अंगूठी मिली. साथ ही बच्चे को मालिश करने वाला कुछ सामान मिला. पुलिस ने इससे अंदाजा लगाया कि अंगीठी से निकलने वाले धुएं की वजह से पति-पत्नी की मौत हो गई. अंगीठी सर्दी से बचने के लिए और बच्चे की तेल मालिश के लिए जलाई होगी. उसके बाद वह तीनों सो गए होंगे.
सुबह मृतक का भाई उसे जगाने के लिए आया था, लेकिन अंदर से कोई रिस्पांस नहीं मिला सिर्फ बच्चा रो रहा था. फिर उसने पड़ोसियों को आवाज़ लगाई और पुलिस को कॉल किया. खिड़की को तोड़ा गया और अंदर गया तो देखा दोनों बेशुद्ध पड़े हुए थे. उनकी हालत भी ठीक नहीं थी. लेकिन तुरंत दोनों को नजदीक के द्वारका स्थित इंदिरा गांधी हॉस्पिटल में इलाज के लिए भेजा गया. जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. वहीं, बच्चे की हालत सीरियस बनी हुई है.
- ये भी पढ़ें: दिल्ली में ठंड से बचने के लिए कमरे में अंगीठी जलाकर सोया दंपती, पति-पत्नी की मौत, नवजात गंभीर
यह दोनों पति पत्नी मानव और नेहा उत्तर प्रदेश के महोबा के रहने वाले थे. यहां पोचनपुर में रहकर द्वारका इलाके में मेहनत मजदूरी करके गुजर बसर करते थे. उनके रिलेटिव भी आसपास में ही रहते हैं. लेकिन वह उनकी मौत से इतनी दुखी हैं, कि वह बात करने को तैयार नहीं है.