नई दिल्लीः भागदौड़ की जिंदगी में लोग इतने बिजी हो गए हैं कि आजकल अपने बड़े बुजुर्गों का भी ध्यान नहीं रखते. जिनके बच्चे विदेशों में हैं और बड़ी-बड़ी कंपनियों में नौकरियां करते हैं, उनके बुजुर्ग माता-पिता वृद्धाश्रम में किसी तरह जीवन यापन करते हैं, लेकिन ठीक इसके उलट पश्चिमी दिल्ली के कीर्ति नगर के सैकड़ों लोग ऐसे भी हैं, जो हर साल एक साथ मिलकर अपने उन बुजुर्गों की भी याद करते हैं, जो गुजर गए. साथ ही जिन बुजुर्गों की उम्र 75 साल से ऊपर पहुंच गई है, उनको बुलाकर कार्यक्रम में उनका सम्मान भी करते हैं. कार्यक्रम में आए बुजुर्गों का मानना है कि ऐसे हवन यज्ञ से इलाके में भी शांति रहती है और लोगों में समृद्धि बढ़ती है.
सब लोग मिलकर इकट्ठा मंदिर में पहुंचकर हवन यज्ञ करते हैं. उसमें आहुति देकर स्वर्ग सिधार चुके बुजुर्गों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उनका आशीर्वाद अपने बच्चों पर बनी रहे, इसकी कामना भी करते हैं. इसी कड़ी में कीर्ति नगर स्थित श्री गीता भवन मंदिर में श्री धर्म यज्ञ सभा के द्वारा वार्षिक श्रद्धांजलि दिवस मनाया गया और इस अवसर पर स्थानीय लोगों ने मिलकर महायज्ञ का आयोजन किया, जिसमें उन पूर्वजों को याद किया गया, जो कभी इस इलाके में रहते थे. अब वह नहीं हैं और वे स्वर्ग सिधार चुके हैं.
धर्म यज्ञ सभा के प्रधान किशोर कुमार अरोड़ा और महासचिव रमेश नागपाल ने बताया कि साल में एक बार मार्च के महीने में हम सब मिलकर बुजुर्गों को याद करते हैं. उनकी आत्मा को शांति देने के लिए यह यज्ञ करते हैं, जो बुजुर्ग गुजर गए और उनके परिवार के लोग यदि यहां नहीं भी रहते हैं, तो उनको भी इस महायज्ञ में बुलाया जाता है. यहां उपस्थित सभी लोगों ने मिलकर यज्ञ में आहुति दी. इसके साथ ही ऐसे 5 बुजुर्गों को सम्मानित किया गया, जिनकी उम्र 75 साल से ऊपर हो चुकी है.
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