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NDA Flying Officer: कोमल बनीं भारत की पांचवीं महिला NDA फ्लाइंग ऑफिसर, उपराज्यपाल और डीसीपी ने किया सम्मानित - दिल्ली की ताजा खबरें

दिल्ली पुलिस में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत ललित कुमार की बेटी कोमल दहिया भारत की 5वीं महिला फ्लाइंग ऑफिसर बन गई हैं. उनकी इस उपलब्धि के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल और डीसीपी ने उन्हें सम्मानित कर हौसला अफजाई की.

Indias fifth woman NDA Flying Officer
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Published : May 6, 2023, 3:37 PM IST

डीसीपी ने कार्यालय पर कोमल की हौसला अफजाई की

नई दिल्ली: नेशनल डिफेंस एकेडमी की लिखित परीक्षा के साथ ही अगले चरण को क्लियर करके 17 वर्षीय कोमल दहिया फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं. उन्हें देश की 5वीं महिला फ्लाइंग ऑफिसर बनने का गौरव हासिल हुआ. हरियाणा के एक गांव की रहने वाली कोमल की हौसला अफजाई करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने और उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने उनको सम्मानित किया.

कोमल के पिता ललित कुमार, दिल्ली पुलिस में बतौर हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हैं. उनकी इस सफलता के लिए सभी ने उसे बधाई और शुभकामनाएं दी. वहीं नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट डीसीपी सागर सिंह कलसी ने कोमल को पुलिस उपायुक्त कार्यालय में बुलाकर सभागार में सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों और ऑफिस स्टाफ को उनकी सफलता का मूलमंत्र बताया.

कोमल ने कहा कि वह पहले 11वीं कक्षा में ह्यूमैनिटिज की छात्रा थीं, लेकिन 6 महीने बाद उन्हें एनडीए में लड़कियों को भी मौका दिए जाने और फ्लाइंग ऑफिसर के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने स्ट्रीम स्विच कर साइंस की पढ़ाई शुरू की. इसमें उनकी मां ने बहुत साथ दिया. उन्होंने कहा, '11वीं में आधा साल गुजर जाने के बाद फिर साइंस की पढ़ाई शुरू करके आगे बढ़ना बहुत मुश्किल लग रहा था. कई बार लगा कि गलत डिसीजन ले लिया है, लेकिन मां ने लगातार सपोर्ट किया.' इसका परिणाम यह रहा कि उन्होंने परीक्षा में सेकंड पोजीशन पाई. वहीं 12वीं के अंत में उन्होंने एनडीए का एग्जाम दिया, जिसके बाद वह फ्लाइंग ऑफिसर बनीं. उन्होंने यह भी कहा कि, लोगों को बड़े सपने देखने चाहिए और माता-पिता के समर्थन से उसे पूरा किया जा सकता है.

इस मौके पर डीसीपी सागर सिंह कलसी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि अपने बच्चों पर भी ध्यान दें और उन्हें अच्छी जगह मन लगाने के लिए प्रोत्साहित करें. अगर घर में अच्छा माहौल होगा तो बच्चे भी आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि कोमल दहिया को डीसीपी ऑफिस में बुलाने का मकसद लोगों को यह बताना था कि गांव की रहने वाली लड़की ने कैसे सफलता का परचम लहराया. इससे दूसरे बच्चे भी प्रोत्साहिता होंगे.

यह भी पढ़ें-गाजियाबाद के मलय केडिया ने JEE-MAIN में पाए 300 में से 300 अंक, जानिए कैसे मिली सफलता

बता दें कि कोमल दहिया, हरियाणा के सोनीपत जिले के एक गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने पांचवीं कक्षा तक गांव में ही पढ़ाई की. उन्होंने तीसरे बैच में लड़कियों में पांचवा रैंक और ओवरऑल 34वां रैंक हासिल किया है. अब परिवार के लोग के साथ दिल्ली पुलिस भी कोमल की सफलता से गौरवान्वित है. उनके पिता फिलहाल एलजी हाउस में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में पोस्टेड हैं.

यह भी पढ़ें-UGC Guidelines: DU में अब छात्र लेंगे 12 घंटे की क्लास, शिक्षक संगठनों ने किया विरोध

डीसीपी ने कार्यालय पर कोमल की हौसला अफजाई की

नई दिल्ली: नेशनल डिफेंस एकेडमी की लिखित परीक्षा के साथ ही अगले चरण को क्लियर करके 17 वर्षीय कोमल दहिया फ्लाइंग ऑफिसर बन गईं. उन्हें देश की 5वीं महिला फ्लाइंग ऑफिसर बनने का गौरव हासिल हुआ. हरियाणा के एक गांव की रहने वाली कोमल की हौसला अफजाई करने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने और उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त सागर सिंह कलसी ने उनको सम्मानित किया.

कोमल के पिता ललित कुमार, दिल्ली पुलिस में बतौर हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात हैं. उनकी इस सफलता के लिए सभी ने उसे बधाई और शुभकामनाएं दी. वहीं नॉर्थ डिस्ट्रिक्ट डीसीपी सागर सिंह कलसी ने कोमल को पुलिस उपायुक्त कार्यालय में बुलाकर सभागार में सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित पुलिसकर्मियों और ऑफिस स्टाफ को उनकी सफलता का मूलमंत्र बताया.

कोमल ने कहा कि वह पहले 11वीं कक्षा में ह्यूमैनिटिज की छात्रा थीं, लेकिन 6 महीने बाद उन्हें एनडीए में लड़कियों को भी मौका दिए जाने और फ्लाइंग ऑफिसर के बारे में पता चला. इसके बाद उन्होंने स्ट्रीम स्विच कर साइंस की पढ़ाई शुरू की. इसमें उनकी मां ने बहुत साथ दिया. उन्होंने कहा, '11वीं में आधा साल गुजर जाने के बाद फिर साइंस की पढ़ाई शुरू करके आगे बढ़ना बहुत मुश्किल लग रहा था. कई बार लगा कि गलत डिसीजन ले लिया है, लेकिन मां ने लगातार सपोर्ट किया.' इसका परिणाम यह रहा कि उन्होंने परीक्षा में सेकंड पोजीशन पाई. वहीं 12वीं के अंत में उन्होंने एनडीए का एग्जाम दिया, जिसके बाद वह फ्लाइंग ऑफिसर बनीं. उन्होंने यह भी कहा कि, लोगों को बड़े सपने देखने चाहिए और माता-पिता के समर्थन से उसे पूरा किया जा सकता है.

इस मौके पर डीसीपी सागर सिंह कलसी ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि अपने बच्चों पर भी ध्यान दें और उन्हें अच्छी जगह मन लगाने के लिए प्रोत्साहित करें. अगर घर में अच्छा माहौल होगा तो बच्चे भी आगे बढ़ेंगे. उन्होंने कहा कि कोमल दहिया को डीसीपी ऑफिस में बुलाने का मकसद लोगों को यह बताना था कि गांव की रहने वाली लड़की ने कैसे सफलता का परचम लहराया. इससे दूसरे बच्चे भी प्रोत्साहिता होंगे.

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बता दें कि कोमल दहिया, हरियाणा के सोनीपत जिले के एक गांव की रहने वाली हैं. उन्होंने पांचवीं कक्षा तक गांव में ही पढ़ाई की. उन्होंने तीसरे बैच में लड़कियों में पांचवा रैंक और ओवरऑल 34वां रैंक हासिल किया है. अब परिवार के लोग के साथ दिल्ली पुलिस भी कोमल की सफलता से गौरवान्वित है. उनके पिता फिलहाल एलजी हाउस में हेड कॉन्स्टेबल के रूप में पोस्टेड हैं.

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