नई दिल्ली: साउथ वेस्ट दिल्ली के छावला थाने में दर्ज 7 साल पुराने मामले में फरार चल रहे वॉन्टेड को द्वारका जिला की जेल बेल सेल की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान राहुल तिवारी के रूप में हुई है और वह मूलत: उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले का रहने वाला है. पुलिस टीम ने एक सूचना के आधार पर आरोपी को उत्तर प्रदेश के आगरा से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई.
डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि कॉन्स्टेबल कुलवंत को सूचना मिली थी कि द्वारका कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित किया गया राहुल तिवारी, अड्डा गोपीनाथ-आगरा रोड इलाके में छुपकर रह रहा है. इसके बाद पुलिस ने उसके ठिकाने की पुष्टि की और एसीपी ऑपरेशन रामअवतार की देखरेख में जेल बेल सेल के इंचार्ज इंस्पेक्टर रघुवीर सिंह, सहायक सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र, कॉन्स्टेबल कुलवंत और अंकुर की टीम ने छापा मारकर राहुल तिवारी को धर दबोचा.
पूछताछ मे पता चला कि वह 2015 में छावला थाने में दर्ज घातक दुर्घटना के मामले में जमानत मिलने पर फरार हो गया था. इसके बाद वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ. जब पुलिस के प्रयास के बावजूद वह नहीं पकड़ा गया तो द्वारका कोर्ट ने इसे भगोड़ा घोषित कर दिया. गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार अपना ठिकाना बदल रहा था. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर के तिहाड़ जेल भेज दिया.
डीसीपी ने बताया कि इस साल जेल बेल सेल की टीम ने पांच महीने में 51 भगोड़ों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसमें कई ऐसे भी आरोपी थे, जो काफी समय से फरार चल रहे थे. इससे पहले पुलिस बिंदापुर में हुए मर्डर के मामले में वॉन्टेड अजय उर्फ हरिया को मध्य प्रदेश के टीकमपुर से गिरफ्तार किया था. आरोपी वारदात के बाद से ही गिरफ्तार चल रहा था.
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