नई दिल्ली: द्वारका सब डिवीजन में किसी कारणवश स्कूल ना जा पाने वाले या स्कूल छोड़ चुके बच्चों को पढ़ने के लिए प्रेरित करने और कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करने के लिए द्वारका पुलिस की ओर से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें ऐसे बच्चों की पहचान कर उन्हें पढ़ाई लिखाई की सामग्री उपलब्ध कराई गई.
जीवन में शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया
इस सामग्री में पेन, पेंसिल, कलर, शार्पनर, इरेजर, ड्राइंग कॉपी, किताबें और बैग शामिल थे. इसके अलावा पुलिस की ओर से बच्चों को मास्क भी वितरित किया गया. इस बारे में द्वारका के एडिशनल डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि इस दौरान बच्चों को ना सिर्फ कोरोना वायरस को लेकर जागरूक किया गया, बल्कि जीवन में शिक्षा के महत्व को भी समझाया गया.
शिक्षा ना होने के दुष्प्रभावों को भी बताया
एडिशनल डीसीपी आरपी मीणा के अनुसार बच्चों को सरल भाषा में यह भी बताया गया कि जीवन में शिक्षा ना होने के क्या-क्या दुष्प्रभाव और दुष्परिणाम होते हैं. इसके अलावा बच्चों को इस बात के लिए भी प्रेरित किया गया कि वह लोग अपने आसपास के लोगों को भी कोरोना वायरस को लेकर जागरूक करें.
शिक्षा के प्रति रुझान के लिए कार्यक्रम
पुलिस के अनुसार बच्चे देश का भविष्य हैं. ऐसे में उनका शिक्षित होना जरूरी है. इसलिए बच्चों के मन में पढ़ाई के प्रति मोटिवेशन और पढ़ने के लिए लालसा रहना आवश्यक है. इसी लालसा और मोटिवेशन को बरकरार रखने के लिए पुलिस द्वारा यह कार्यक्रम किया गया.