नई दिल्लीः द्वारका के नजफगढ़ में एक ज्वेलरी शॉप में मंगलवार दोपहर हथियार बंद दो बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया. इस दौरान विरोध करने पर बदमाश ने शॉप मालिक के भाई राजेश को गोली मार दी. दोनों बदमाश करीब 25 हजार रुपये लेकर फरार हो गए. इधर सूचना मिलते ही मौके पर डीसीपी एम हर्षवर्धन के नेतृत्व में पुलिस टीम पहुंची. टेक्निकल और मैनुअल सर्विलांस के आधार पर जांच करते हुए मात्र ढाई घंटे के अंदर वारदात को अंजाम देने वाले दोनों बदमाशाें को एनकाउंटर के बाद दबोच लिया गया.
इस एनकाउंटर में एक बदमाश के दायें पैर में गोली लगी है. पकड़े गए दोनों बदमाश की उम्र 17 वर्ष है. दाेनाें झज्जर के रहने वाले हैं. इनके तीन अन्य साथियों की पुलिस तलाश कर रही है. डीसीपी एम हर्षवर्धन ने बताया कि नजफगढ़ थाना को मंगलवार दोपहर 12.07 बजे कॉल मिली थी. बताया गया कि कुम्हार कॉलोनी स्थित अवतार ज्वेलर्स में दो हथियारबंद लोग लूटपाट की नीयत से आए थे.
इस दौरान दुकान में मौजूद दुकान के मालिक मुकेश के भाई राजेश ने जब विरोध किया तो उन्हें गोली मार दी. गाेली उनके दाएं जबड़े में लगी. इसके बाद दोनों कैश काउंटर से करीब 25 हजार रुपये लेकर फरार हो गए. मामले की गंभीरता को देखते हुए एडिशनल डीसीपी विक्रम सिंह के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमें बनाई गई. सबसे पहले इलके को सील कर दिया गया. जांच टीम ने आस-पास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें दो लड़के हाथ में पिस्टल लिए दुकान में घुसते दिखे. तत्काल टेक्निकल व मैनुअल सर्विलांस से जानकारी जुटानी शुरू की गई.
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मात्र ढाई घंटे की जांच के बाद जिला स्पेशल स्टाफ को दोनों के बारे में सूचना मिली. सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसीपी रामअवतार के नेतृत्व में इंस्पेक्टर नवीन कुमार, कमलेश, एसएचओ नजफगढ़ अजय कुमार की टीम मौके पर पहुंची. बाइक सवार दोनों बदमाशाें को घेर लिया. अपने को घिरा देख एक ने पुलिस टीम पर गोली चला दी. जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने दो राउंड गोली चलाई, जिसमें से एक गोली एक आरोपी के पैर में लगी. जिससे वे बाइक से गिर गए. इसके बाद टीम ने दोनों को दबोच लिया. उनके कब्जे से वारदात में उपयोग किये गये दोनों देसी पिस्टल काे पुलिस ने बरामद कर लिया.
डीसीपी ने बताया कि पूछताछ में दोनों आरोपियाें ने बताया कि अपने तीन अन्य साथियों के साथ झज्जर से दिल्ली आए थे. उनसे जो बाइक बरामद हुई है, उसे उनलाेगाें ने 31 जुलाई को बहादुरगढ़ से चुराई थी. यहां पहुंचने के बाद आरोपियों ने पहले इलाके की रेकी की. ऐसे स्थान का चयन किया था, जहां भीड़ कम हो जिससे फरार होने में आसानी हो. इसलिए इस दुकान का चयन किया था, जो कि बाजार में नहीं था. पूछताछ में पता चला है कि ये लोग हरियाणा में कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं.