नई दिल्लीः कोविड -19 महामारी की दूसरी लहर में बढ़ते कोरोना संक्रमण की वजह से ऑक्सीजन की किल्लत ( oxygen shortage) हो गई थी. कोविड संक्रमितों के परिजन ऑक्सीजन के लिए इधर-उधर भटक रहे थे. वहीं, कुछ लोग इसका फायदा उठाकर ऑक्सीजन की कालाबाज़ारी (Oxygen black marketing) कर रहे थे. इस बीच दिल्ली पुलिस के एक इंस्पेक्टर (Delhi Police Inspector) ने लोगों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराया और कइयों की जान भी बचाई.
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इंस्पेक्टर गुलशन नागपाल (Inspector Gulshan Nagpal) मुंडका थाने में एसएचओ हैं. महामारी के दौरान पानीपत से ग्रीन कॉरिडॉर (Green Corridor) बनाकर कई मीट्रिक टन ऑक्सीजन मंगवाते रहे और लोगों की जान बचाते रहे. मुंडका के दो ऑक्सीजन प्लांटों में से एक पैरामाउंट गैसेस (Paramount gases) द्वारा ही ऑक्सीजन गैस की आपूर्ति की जा रही थी. लगातार लोगों की भीड़ प्लांट पर जमा हो रही थी. ऑक्सीजन की कमी हो रही थी. इस बात की जानकारी मुंडका के एसएचओ गुलशन नागपाल को मिली, तो उन्होंने बंद पड़े श्री श्याम गैसेस ऑक्सीजन प्लांट (Shree Shyam Gases Oxygen Plant) को शुरू करवाने का निर्णय लिया और आला अधिकारियों से निर्देश लिया.
इसके लिए उन्होंने श्री श्याम गैस के ऑक्सीजन टैंकर और ऑक्सीजन सप्लाई गाड़ी की समस्या को दूर करते हुए पैरामाउंट के ऑनर को टैंकर उपलब्ध करवाया. इन सब के बीच थाने के दो कांस्टेबल को उन्होंने पानीपत, हरियाणा के एयर लिक्विड प्लांट पर तैनात कर दिया. जहां से जल्द से जल्द पैरामाउंट और श्री श्याम गैसेस के लिए ऑक्सीजन टैंकरों को भरकर रवाना किया जा सके. इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर भी बनाया गया, जिससे टैंकर बिना किसी रुकावट के समय पर प्लांट पहुंच सके.
दोनों ऑक्सीजन प्लांट से सिलेंडरों की सप्लाई, उन्होंने अपनी निगरानी में शुरू करवाया. हॉस्पिटलों को ऑक्सीजन के उपलब्धता की सूचना दी. इसके बाद कई हॉस्पिटलों को दोनों प्लांटों से ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई. इसके अलावा उन्होंने व्हाट्सएप और फेसबुक पर भी ऑक्सीजन सप्लाई संबंधित मैसेज डाले, जिनसे जरूरतमंदों को ऑक्सीजन के लिए भटकना ना पड़े.
इस दौरान उन्होंने मरीजों के परिजनों को ऑक्सीजन सिलेंडरों को प्लांट तक आने और ले जाने में हो रही दिक्कतों को देखते हुए सीनियर अधिकारी और ऑक्सीजन प्लांट के मालिकों से बात कर, पैरामाउंट की गाड़ी से मेन रोड तक ऑक्सीजन सिलेंडरों को भिजवाया. जहां टोकन सिस्टम से लोगों को खाली सिलेंडरों के बदले भरा, ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया.