नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड आजकल लगातार सुर्खियों में बना हुआ है, लेकिन इस बार वजह कोई धरना प्रदर्शन नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार है. दरअसल दिल्ली जल बोर्ड की महिला जूनियर अस्सिटेंट को एंटी करप्शन टीम ने रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. महिला की पहचान मीतू गोस्वामी के रूप में हुई है, जो एक पूर्व स्टाफ की मौत के बाद उसके परिवार को कर्मचारी फंड जारी कराने के बदले 60 हजार रुपये की घूस मांग रही थी.
इससे परेशान होकर परिवार ने एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) में शिकायत की, जिसके बाद टीम ने छानबीन शुरू कर दी. गुरुवार को जूनियर अस्सिटेंट मीतू गोस्वामी को घूस की पहली किश्त 20 हजार लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. एंटी करप्शन ब्यूरो के चीफ मधुर वर्मा ने बताया कि 23 नवंबर को पीड़ित एसीबी ऑफिस में आए थे. उन्होंने बताया था कि उनके पिता की मौत अप्रैल 2021 में हो चुकी है, जो दिल्ली जल बोर्ड में कर्मचारी के रूप में तैनात थे. उनकी कर्मचारी फंड की फाइल जूनियर अस्सिटेंट मीतू गोस्वामी के पास अटकी हुई थी, जब उन्होंने मिलकर इसके बारे में जानकारी ली को 60 हजार रुपये की घूस मांगी गई.
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इसपर पीड़ित ने एसीबी की टीम से शिकायत की और मीतू गोस्वामी के साथ बातचीत का पूरा ऑडियो रिकॉर्डिंग भी दिया. फिर टीम ने पीड़ित को घूस की पहली किश्त के साथ मीतू गोस्वामी के पास दिलशाद गार्डन स्थित ऑफिस भेजा. जब पीड़ित जल बोर्ड की महिला जूनियर असिस्टेंट के पास पहुंचा तो टीम भी वहां पहुंची और जैसे ही महिला जूनियर असिस्टेंट ने घूस की रकम ली, टीम ने उन्हें रंगे हाथों पकड़कर गिरफ्तार कर लिया.
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