नई दिल्ली: दिल्ली कस्टम की टीम ने तुगलकाबाद कंटेनर डिपो से 223 इंपोर्टेड फोटो कॉपी की मशीन जब्त की है. ये मशीन हाइड्रोलिक पंप की आड़ में स्पेन से लाई गई था. बता दें कि भारत में फॉरेन ट्रेड पॉलिसी के तहत विदेश में यूज्ड फोटो कॉपी की मशीन को इंपोर्ट करने पर प्रतिबंध है. जानकारी के मुताबिक 223 इंपोर्टेड फोटो कॉपी मशीन की कीमत 2 करोड़ 75 लाख से ज्यादा की आंकी जा रही है. क्योंकि इस मशीन की कीमत भारतीय बाजार में सवा लाख रुपये के आसपास है.
ये भी पढ़ें: दिल्लीः यमुना में बह रहा जहरीला झाग, पानी की सप्लाई पर पड़ सकता है असर, देखें वीडियो
दरअसल, दिल्ली कस्टम की टीम ने तुगलकाबाद कंटेनर डिपो पर हाइड्रोलिक पंप की आड़ में चोरी छुपे लाई गई फोटो कॉपी मशीन की एक बड़ी खेप बरामद की है. दिल्ली कस्टम की टीम ने स्पेन से लाई गई 223 इंपोर्टेड फोटो कॉपी की मशीन जब्त की है. बरामद फोटो कॉपी की कीमत 2 करोड़ 75 लाख से ज्यादा आंकी जा रही है. क्योंकि इस मशीन की कीमत भारतीय बाजार में सवा लाख रुपये के आसपास है.
कस्टम से मिली जानकारी के अनुसार इंडिया में फॉरेन ट्रेड पॉलिसी के अंतर्गत विदेश में यूज्ड फोटो कॉपी की मशीन को इंपोर्ट करके लाने पर प्रतिबंध है. दिल्ली कस्टम के एक अधिकारी ने बताया कि इस तरह की मशीनों का उत्पादन लार्ज स्केल पर इंडिया में होता है और अच्छी क्वालिटी का होता है.
जो यूज़ मशीनें इंडिया में बाहर से लाई जाती हैं, वह बाद में कई बार खराब हो जाती हैं, फिर वह वेस्ट मटेरियल के रूप में कबाड़ में चला जाता है. इसलिए इस तरह की मशीनों को इंडिया में लाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध है, लेकिन मल्टी यूजर मशीनों की खेप को इंडिया में चोरी छिपे इसे कंटेनर में दूसरे सामान की आड़ में छिपाकर लाया जाता है. जब यहां पर कस्टम की टीम इसे पकड़ती है, तो इस मामले में मोटा जुर्माना लगाया जाता है. फिर बरामद किया गया, प्रिंटर-फोटो कॉपी मशीन को वापस उसी कंट्री में भेज दिया जाता है.इसलिए इसे कंटेनर में हाइड्रोलिक पंप बता कर चोरी छुपे दिल्ली लाया गया था.
ये भी पढ़ें: गाजियाबादः मुठभेड़ के बाद 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार
लेकिन इसकी भनक कस्टम की टीम को लग गई और कस्टम की टीम ने कंटेनर की पूरी जांच करके फोटो कॉपी की सभी मशीन बरामद कर ली. जिस आईईसी कोड (इंपोर्ट-एक्सपोर्ट कोड) के द्वारा यह खेप लाया गया था, उसका इस्तेमाल कई सालों से नहीं किया गया था वही इस बरामदगी का सबसे बड़ा कारण बना. अब इस मामले में कस्टम की टीम आगे लीगल कार्रवाई कर रही है.