नई दिल्ली: डाबड़ी पुलिस ने दो ऐसे शातिर चोरों को गिरफ्तार किया है, जो इलाके में बंद घरों की रेकी कर सेंधमारी की वारदात को अंजाम देते थे. इन वारदातों को अंजाम देने के लिए भी वो चोरी की स्कूटी का इस्तेमाल करते थे और सेंधमारी के दौरान हाथों में ग्लब्स और चेहरे पर मास्क लगा कर घर के ज्वेलरी, कैश समेत अन्य सामानों पर हाथ साफ करते थे. जिससे वो खुद की पहचान छुपा कर पकड़े जाने से बच सकें. लेकिन इतनी सावधानी बरतने के बाद भी पुलिस की गिरफ्त से खुद को नहीं बचा पाए.
26 और 29 जनवरी को हुई इन गिरफ्तारियों के बारे में जानकारी देते हुए डीसीपी द्वारका शंकर चौधरी ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की पहचान रवि उर्फ गोलू और चरण सिंह उर्फ गुड्डू के रूप में हुई है. ये मोहन गार्डेन इलाके के रहने वाले हैं. चरण सिंह पर 21 जबकि रवि पर 6 आपराधिक मामले दर्ज हैं. इनकी गिरफ्तारी से पुलिस ने तीन मामलों का खुलासा किया है.
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डीसीपी ने बताया कि 20 जनवरी को डाबड़ी पुलिस को महावीर एन्क्लेव पार्ट वन के एक घर से गोल्ड की एक रिंग, चेन, दो जोड़ी टॉप्स, सिल्वर के पायल, बाउल्स, स्पून, ग्लास, सिक्के, घड़ियां, इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम और कपड़े आदि के चोरी की शिकायत मिली थी. शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर एसीपी और एसएचओ डाबड़ी की देखरेख में एसआई मेंदोला, एएसआई धर्मेंद्र, कॉन्स्टेबल आज़ाद और कृष्ण की टीम का गठन कर आरोपियों की पकड़ के लिए लगाया गया.
वारदात के लोकेशन के पास के सीसीटीवी फूटेजों की जांच से पुलिस को दो संदिग्धों के NTORQ स्कूटी से वारदात को अंजाम देने का पता चला. पुलिस टीम ने अपराध करने का तरीका एक जैसा होने पर इससे पहले हुए अन्य मामलों के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की, जिसमें उन सभी चोरियों को दोनों संदिग्धों द्वारा ही अंजाम दिए जाने का पता चला. इसके बाद पुलिस ने उनके रूट को फॉलो करते हुए तिरंगा चौक तक के फुटेज की जांच की, लेकिन उसके बाद डार्क-स्पॉट और सीसीटीवी फुटेज नहीं होने के कारण पुलिस उनके संभावित लोकेशन तक नहीं पहुंच पाई. पुलिस ने इस दौरान 800 रेड और ब्लैक कलर के NTORQ सकूटी की भी जांच की लेकिन पुलिस के हाथ आरोपियों तक नहीं पहुंच पाए. इसके बाद पुलिस ने संदिग्धों और सकूटी के फुटेज को सूत्रों के बीच सर्कुलेट कर उन्हें एक्टिवेट किया. सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर संदिग्धों को शॉर्टलिस्ट कर उन पर टेक्निकल सर्विलांस लगाया गया. लगातार जांच में जुटी पुलिस टीम की मेहनत रंग लाई और उन्होंने सूत्रों से मिली सूचना पर शॉर्टलिस्ट किये गए एक आरोपी रवि उर्फ गोलू को नजफगढ़ के दिचाऊं बस स्टैंड के पास से दबोच लिया.
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पूछताछ में उसने अपने साथी चरण सिंह के साथ मिल कर चोरियों को अंजाम देने की बात बताई. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने NTORQ स्कूटी, कैश, 10 हाउस ब्रेकिंग टूल, चोरी गए तीन बीएड शीट, दो घड़ियां, सिल्वर बाउल, स्पून, दो सिक्के, एक जोड़ी पायल, एक सोनी हैंडी कैम, एक गोल्ड रिंग, एक मंगल सूत्र और एक सेंट्रो गाड़ी बरामद किया.
पुलिस ने चरण की गिरफ्तारी के लिए यूपी और पंजाब के कई इलाकों में छपेमारियां की लेकिन हर बाक वो भाग निकलता था. आरोपी अपने लोकेशन के साथ मोबाइल भी बदल रहा था, जिससे पुलिस के लिए टेक्निकल सर्विलांस से ट्रैक करना मुश्किल हो रहा था. जिसके बाद पुलिस ने ट्रेडिशनल प्रोसेस को फॉलो करते हुए अपने इनफॉर्मेशन नेटवर्क को एक्टिवेट किया. जिसके बाद उनसे मिली सूचना पर 29 जनवरी को पुलिस ने नजफगढ के मेट्रो पिलर नम्बर 771 के पास से उसे दबोच लिया. उसकी निशानदेही पर पुलिस ने 10 घड़ियां, छह जोड़ी सिल्वर टो रिंग, तीन सिक्के, चार जोड़ी पायल, एक जेट्स रिंग, 30 ग्राम का एक नेकलेस सेट, 15 ग्राम के दो जोड़ी गोल्ड टॉप, 15 ग्राम के पांच लेडीज रिंग, एक पर्ल सेट और कपड़े बरामद किये. पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की जांच में जुट गई है.
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