नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने लापता बच्चों का पता लगाने के लिए विशेष अभियान चलाया है. इसी कड़ी में डीसीपी अंकित सिंह की देखरेख में लापता नाबालिग पीड़ित का पता लगाने के लिए एसीपी पवन कुमार, इंस्पेक्टर वीरेंद्र, सहायक सब इंस्पेक्टर हरविंदर, हेड कॉन्स्टेबल आनंद और महिला कॉन्स्टेबल ममता की टीम ने एक 15 वर्षीन लापता लड़की का पता लगाकर परिवार को सौंपा.
स्पेशल कमिश्नर रविंद्र सिंह यादव के अनुसार लड़की का पता लगाने के लिए कई प्रयास किए गए. इसके चलते मोबाइल नंबरों की जांच के साथ सीसीटीवी फुटेज की भी छानबीन की गई. क्राइम ब्रांच के साइबर सेल टीम को भी इस मामले में पीड़िता का पता लगाने के लिए दिल्ली और बिहार के अलग स्थानों पर कई छापे मारे गए. साथ ही नाबालिग के परिवार के सदस्यों से पूछताछ भी की गई.
पता चला कि लड़की 25 अगस्त से थाना शालीमार बाग इलाके से लापता थी, जिसमें गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी. स्थानीय पुलिस मामले की जांच कर रही थी, लेकिन इसके बावजूद कोई सुराग नहीं मिल रहा था. क्राइम ब्रांच के हेड कॉन्स्टेबल आनंद द्वारा की गई टेक्निकल सर्विलांस पर के आधार पर पुलिस की टीम ने थाना डुमरा, सीतामढ़ी, बिहार में लापता लड़की का पता लगाकर ढूंढा और उसे पुलिस को सौंप दिया.
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जांच में पता चला कि संदिग्ध लोगों द्वारा उसकी उम्र और आर्थिक स्थिति का विवरण छिपाकर शादी या फिर रोजगार के उद्देश्य से उसे विभिन्न स्थानों पर ले जाया गया था. आरोपियों का पता लगाने के लिए उनका विवरण स्थानीय पुलिस को दे दिया गया है और अब वह आगे की जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी का प्रयास करेगी.
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