नई दिल्ली: देशभर में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. राजधानी दिल्ली में भी नाइट कर्फ्यू लगने के बाद भी कोरोना वायरस बढ़ता ही जा रहा है. ऐसे में दिल्ली में सैलून चलाने वाले मालिकों और कारीगरों को अब लॉक डाउन लगने की संभावना का डर सत्ता रहा है. किराये पर चलने वाले हमेशा के लिए सैलून बन्द करने पड़ जायेंगे. कारीगरों के काफी घरों में अभी से आर्थिक संकट छाने लगा है, ऐसे में सैलून और ब्यूटीपार्लर चलाने वाले व्यवसायी के माथे पर चिंता की लकीरे हैं.
पिछले लॉकडाउन के दंश से नहीं उभर पाया था व्यवसाय
दिल्ली नारायणा में रिया मेकओवर सैलून की मालिक संगीता तंवर ने बताया कि पिछले लॉक डाउन लगने से उनके काम पर बहुत फर्क पड़ा है. उन्हें मजबूरन तीन लड़कियों को काम से निकालना पड़ गया था. वहीं लॉक डाउन खुलने बाद कोरोना काल में 3 से 4 महीने तक उनके ब्यूटीपार्लर में कोरोना के डर से कोई ग्राहक नहीं आये. संगाीता ने बताया कि जब लॉकडाउन खुलने बाद से ही कोविड 19 नियमों का पालन किया जा रहा है, सीट को सेनेटाइज कर रहे हैं, वर्कर पीपीई किट पहनकर अपने ग्राहक की सेवा कर रहे हैं. लेकिन लोगों की लापरवाही के चलते फिर से सरकार ने नाईट कर्फ्यू लगा दिया है.
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व्यवसाय बंद होने का खतरा
दिल्ली सरकार की सख्ती के कारण शादियां कैंसिल हो रही हैं या साधारण तरीके से की जा रही हैं. जिसका प्रभाव उनके व्यवसाय पर भी पड़ रहा है. बुंकिग वापस हो रही हैं. संगीता का कहना है कि पिछले लॉकडाउन के दंश से वो बड़ी मुश्किल से उबरी हैं, यदि फिर से लॉकडाउन हो जाता है तो उनका व्यवसाय हमेशा के लिए बंद हो जाएगा. वहीं सैलून चलाने वाले सलमान बताते हैं कि उनका परिवार सैलून से ही चलता है, अगर लॉकडाउन लगता है तो उनके परिवार के भरण-पोषण का संकट खड़ा हो जाएगा.