नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में कोरोना काल में आंगनबाड़ी की आशा वर्कर्स भी देश सेवा में पूरी भूमिका निभा रही हैं. तीन हजार रुपये सैलरी पर कार्य कर रही हैं. आशा वर्करों ने मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में 3 हजार रुपये की सैलरी से परिवार का गुजारा नहीं हो पा रहा है.
बता दें कि द्वारका विधानसभा के सागरपुर में आंगनबाड़ी आशा वर्करों की ड्यूटी लगी हुई है. आशा वर्कर डोली शर्मा ने बताया कि आज ईस्ट सागरपुर के कई डिस्पेंसरी के आशा वर्करों ने मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है. उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार तीन हजार रुपये सैलरी दे रही है, इतनी महंगाई में घर चलाना बहुत मुश्किल हो रहा है.
मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि कोरोना काल में उन्हें सिर्फ 1000 हजार रुपये दिए जा रहे हैं. बाकी कोरोना योद्धा को काफी राशि दी जा रही है. अन्य आशा वर्करों ने बताया कि कोरोना काल में ड्यूटी लगी है. तीन हजार सैलेरी में अपने परिवार को छोड़कर देश सेवा में लगी हुई है.
बताया गया कि आंगनबाड़ी के कुछ सदस्य दिल्ली सरकार के मंत्री से भी मिले. दिल्ली सरकार ने सैलरी में 100 रुपये बढ़ाने का वादा किया है, जिसका आशा वर्कर विरोध करती हैं. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा कोविड-19 में आशा वर्करों की मौत पर भी मदद के नाम पर बहुत कम राशि दी जा रही है.