नई दिल्ली: देश ही नहीं बल्कि दुनिया में कोरोना वायरस अपने पांव लगातार पसार रहा है और भारत में अब तक करीब 29 मरीज सामने आ चुके हैं. एम्स के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि अभी तक कोरोना वायरस की कोई भी दवा बाजार में उपलब्ध नहीं है.
डॉ. रणदीप गुलेरिया की सलाहे
- बाहर से आये हुए लोगों को है कोरोना
एम्स डायरेक्टर गुलेरिया ने बताया कि कोरोना वायरस अभी उन लोगों को है जो लोग बाहर से आए हुए हैं या फिर कोरोना वायरस के मरीज से क्लोज कॉन्टैक्ट्स हैं. कोरोना वायरस के लक्षण के बारे में बताते हुए गुलेरिया ने कहा कि कोरोना के लक्षण बहुत सामान्य है. खांसी सर्दी जुकाम जैसे लक्षण दिखाई देते हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि बदलते मौसम के साथ हर किसी को कोरोना वायरस हो. अगर कोई आदमी बाहर से आया है तो उसके अगर आप संपर्क में है तो आप को सर्दी जुकाम के लक्षण दिखाई देते हैं तो आप तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाएं
- खांसते समय टिशू पेपर इस्तेमाल करें
डॉ. गुलेरिया बताते हैं कि खांसते समय टिशू पेपर का इस्तेमाल करें और हाथ को अच्छी तरीके से साबुन और पानी के साथ अच्छी तरीके से धोएं.
- हाथों को अच्छी तरीके से धोए
लोगों का मानना है कि सैनिटाइजर या साबुन पानी की अपेक्षा काफी बेहतर है, लेकिन इस पर डॉ. गुलेरिया बताते हैं कि साबुन से ही अच्छी तरीके से आप हाथ को धुलेंगे तो सैनिटाइजर जितना काम साबुन और पानी करेगा.
- नॉनवेज का कोरोना वायरस से कोई लेनादेना नहीं है
जिस तरीके से लगातार कहा जा रहा था कि मांस और मछली को ना खाएं तो डॉ. गुलेरिया बताते हैं कि कोरोना वायरस का मानसून मछली से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन इतना जरूर है कि मांस और मछली को पका कर खाएं कच्चे मांस मछली का यूज ना करें.
- घर में रहने पर मास्क लगाने की जरूरत नहीं
एम्स डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने बताया कि घर में रहने पर मास्क लगाने की जरूरत नहीं है. अगर आप कहीं बाहर जाते हैं और वहां पर भीड़-भाड़ है तो आप मास्क का यूज कीजिए. इसके साथ ही डॉ. गुलेरिया ने बताया कि कोरोना वायरस के वायरस ज्यादा देर तक हवा में जिंदा नहीं रह पाते हैं और जिसे कोरोना वायरस बीमारी है उससे तकरीबन 4 मीटर की दूरी पर रहे.
- कोरोना वायरस की दवाई पर रिसर्च जारी'
खांसते समय हरदम टिशू पेपर इस्तेमाल करने की कोशिश करें और साफ सफाई का विशेष ध्यान दीजिए. अभी तक कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए कोई भी दवाई बाजार में उपलब्ध नहीं है. लगातार रिसर्च जारी है कि कोरोना वायरस में मरीजों को कौन सी दवा दी जाए.
- सोशल मीडिया की खबरों का करे खंडन
इसके साथ ही डॉ. गुलेरिया ने सोशल मीडिया पर फैल रही दवाइयों का भी खंडन करते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर जो दवाई बताई जा रही है, वह पूरी तरीके से फर्जी हैं.
- अभी तक कोरोना वायरस की कोई भी दवा नहीं है
अभी तक मार्केट में होम्योपैथिक, एलोपैथिक और आयुर्वेदिक किसी भी तरीके की कोई भी दवा भारत में उपलब्ध नहीं है.