नई दिल्ली: दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाके में हाल के ही दिनों में कोचिंग इंस्टीट्यूट अग्निकांड में कई दर्जन स्टूडेंट घायल हुए थे. इस घटना के बाद हाईकोर्ट ने फायर सेफ्टी इंतजाम को लेकर कोचिंग इंस्टिट्यूट की जांच के आदेश दिए थे. इसी कड़ी में दिल्ली के सभी इलाकों में कोचिंग इंस्टिट्यूट की जांच फायर ब्रिगेड की टीम कर रही थी. यह जांच 21 जून से शुरू हुई और 28 जून तक चली.
फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि बुधवार तक फायर की टीमों ने 387 इंस्टिट्यूट की जांच पूरी कर ली है. यह रिपोर्ट पूरी तरह तैयार करके हाई कोर्ट में 3 जुलाई को सबमिट किया जाएगा. उसी दिन दिल्ली पुलिस, एमसीडी और दिल्ली सरकार की टीम भी अपना-अपना रिपोर्ट जमा करेगी. जिसके बाद आगे के आदेश पर इन कोचिंग इंस्टीट्यूट के बारे में गाइडलाइन जारी हो सकती है.
फायर डायरेक्टर ने बताया कि इसके लिए पांच अलग-अलग टीमें बनाई गई थी. यह टीम पूर्वी दिल्ली के लक्ष्मी नगर, साउथ दिल्ली के साउथ एक्सटेंशन, कालु सराय, भीकाजी कामा प्लेस, सेंट्रल दिल्ली के करोल बाग, वेस्ट दिल्ली के जनकपुरी और उत्तरी दिल्ली के मुखर्जी नगर इलाकों में इंस्टीट्यूट की चेकिंग कर रही थी. उन्होंने बताया कि इंस्टीट्यूट की जांच असिस्टेंट डिविजनल ऑफिसर रैंक के अधिकारी कर रहे थे. अतुल गर्ग का कहना है कि जो जांच अभी तक हुई है, उनमें कई कोचिंग इंस्टीट्यूट में फायर फाइटिंग सिस्टम लगे मिले हैं. वहीं कई जगहों पर एक भी नहीं लगा हुआ है.
जांच के दौरान इन बातों का रखा गया ध्यान: इसमें खास करके यह ध्यान दिया जा रहा था कि इंस्टीट्यूट में क्या-क्या फायर सेफ्टी के इंतजाम है और क्या नहीं है. बिल्डिंग में 2 सीढ़ी बनी हुई है या नहीं?, बिल्डिंग की ऊंचाई कितनी है?, बिल्डिंग कब की बनी हुई है?, इंस्टीट्यूट में कितने स्टूडेंट की सिटिंग है? इंस्टीट्यूट ग्राउंड फ्लोर या ऊपरी मंजिल पर चल रहा है?, या पूरी बिल्डिंग ही इंस्टीट्यूट की है? इन सब बातों को नोट किया गया.
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स्टूडेंट और पेरेंट्स भी दें फायर डिपार्टमेंट को जानकारी: फायर ब्रिगेड ने कोचिंग इंस्टीट्यूट में पढ़ रहे स्टूडेंट और उनके पेरट्स से रिक्वेस्ट किया है, कि उन्हें अगर किसी भी इंस्टीट्यूट में फायर सेफ्टी इंतजाम को लेकर कोई लापरवाही नजर आती है. वह दिल्ली फायर ब्रिगेड से संपर्क कर सकते हैं. व्हाट्सएप के जरिए, मेल के जरिए, सोशल मीडिया के जरिए, उनका नाम गुप्त रखा जाएगा.
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