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टिल्लू गैंग का शातिर अपराधी गिरफ्तार, एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस बरामद - Delhi Police News

दिल्ली पुलिस ने टिल्लू गैंग के एक शातिर अपराधी को एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है. शातिर अपराधी लोगों में खौफ फैलाने के लिए सोशल मीडिया पर अवैध हथियारों की ब्रांडिंग के कई वीडियो पोस्ट किया करता था.

Tillu Gang
टिल्लू गैंग
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Published : Jul 9, 2020, 10:13 PM IST

नई दिल्ली: दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के AATS की टीम ने टिल्लू गैंग के एक अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जिसका नाम प्रशांत जीत टिल्लू है और आरोपी प्रशांत जीत टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सक्रिय सदस्य है. आरोपी प्रशांत जीत ने साल 2019 में रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में पुलिस कस्टडी में अपने ही प्रतिद्वंदी गिरोह के सदस्य कर्मवीर उर्फ काजू (गोगी गैंग) को मारने का प्रयास किया था. अब आरोपी प्रशांत जीत फेसबुक पर अवैध हथियारों की ब्रांडिंग के कई वीडियो पोस्ट किया करता था.

एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ आरोपी प्रशांत जीत गिरफ्तार

आरोपी प्रशांत जीत अपराध की दुनिया में कुछ बड़ी योजना बना रहा था और तभी एएटीएस की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के कब्जे से एक पिस्टल के साथ चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपी सागरपुर नई दिल्ली का रहने वाला बताया जा रहा है. आरोपी अक्सर लोगों के बीच आतंक पैदा करने के लिए सागरपुर थाना अंतर्गत इलाके में आता था और लोगों से मासिक वसूली भी किया करता था. बता दें कि वह जेल में बंद अपने सहयोगियों की मदद भी किया करता था.

पूछताछ के दौरान आरोपी का कबूलनामा

  • 23 अक्टूबर 2016 को आरोपी ने अपने दो सहयोगियों के साथ सागरपुर में जागरण के दौरान एक व्यक्ति को चाकू मार दिया था. जिसके बाद उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
  • वह मई 2017 में जमानत पर बाहर आया और फिर साल 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया. 2 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जिसके बाद उमेश काल नाम के व्यक्ति ने सुनील की अगुवाई में उसे गैंग में शामिल किया. जिसके बाद उसने गिरोह के लिए काम करना शुरू कर दिया.
  • 14 मई साल 2020 को जेल से बाहर आया और तब से लगातार अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आम जनता के बीच खौफ पैदा करने के लिए अवैध हथियारों की ब्रांडिंग के कई वीडियो पोस्ट किया करता था.

आरोपी प्रशांत जीत मूल रूप से बिहार का निवासी है और दिल्ली में सागरपुर में रहता है. जब वह 2 साल का था, तभी उसका परिवार दिल्ली आ गया था. आरोपी प्रशांत जीत ने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह बुरी संगत में पड़ जाने के कारण टिल्लू ताजपुरिया गैंग में शामिल हो गया. उसके ऊपर पहले से ही 3 मामले दर्ज हैं और एएटीएस की टीम ने उसके पास से एक देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस के साथ उसको गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार करने के बाद आरोपी से लगातार एएटीएस की टीम पूछताछ करने में जुटी हुई है.

नई दिल्ली: दक्षिणी पश्चिमी दिल्ली के AATS की टीम ने टिल्लू गैंग के एक अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. जिसका नाम प्रशांत जीत टिल्लू है और आरोपी प्रशांत जीत टिल्लू ताजपुरिया गैंग का सक्रिय सदस्य है. आरोपी प्रशांत जीत ने साल 2019 में रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में पुलिस कस्टडी में अपने ही प्रतिद्वंदी गिरोह के सदस्य कर्मवीर उर्फ काजू (गोगी गैंग) को मारने का प्रयास किया था. अब आरोपी प्रशांत जीत फेसबुक पर अवैध हथियारों की ब्रांडिंग के कई वीडियो पोस्ट किया करता था.

एक पिस्टल और चार जिंदा कारतूस के साथ आरोपी प्रशांत जीत गिरफ्तार

आरोपी प्रशांत जीत अपराध की दुनिया में कुछ बड़ी योजना बना रहा था और तभी एएटीएस की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी के कब्जे से एक पिस्टल के साथ चार जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं. आरोपी सागरपुर नई दिल्ली का रहने वाला बताया जा रहा है. आरोपी अक्सर लोगों के बीच आतंक पैदा करने के लिए सागरपुर थाना अंतर्गत इलाके में आता था और लोगों से मासिक वसूली भी किया करता था. बता दें कि वह जेल में बंद अपने सहयोगियों की मदद भी किया करता था.

पूछताछ के दौरान आरोपी का कबूलनामा

  • 23 अक्टूबर 2016 को आरोपी ने अपने दो सहयोगियों के साथ सागरपुर में जागरण के दौरान एक व्यक्ति को चाकू मार दिया था. जिसके बाद उसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था.
  • वह मई 2017 में जमानत पर बाहर आया और फिर साल 2018 में गिरफ्तार कर लिया गया. 2 दिनों के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. जिसके बाद उमेश काल नाम के व्यक्ति ने सुनील की अगुवाई में उसे गैंग में शामिल किया. जिसके बाद उसने गिरोह के लिए काम करना शुरू कर दिया.
  • 14 मई साल 2020 को जेल से बाहर आया और तब से लगातार अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आम जनता के बीच खौफ पैदा करने के लिए अवैध हथियारों की ब्रांडिंग के कई वीडियो पोस्ट किया करता था.

आरोपी प्रशांत जीत मूल रूप से बिहार का निवासी है और दिल्ली में सागरपुर में रहता है. जब वह 2 साल का था, तभी उसका परिवार दिल्ली आ गया था. आरोपी प्रशांत जीत ने 12वीं तक पढ़ाई की है और वह बुरी संगत में पड़ जाने के कारण टिल्लू ताजपुरिया गैंग में शामिल हो गया. उसके ऊपर पहले से ही 3 मामले दर्ज हैं और एएटीएस की टीम ने उसके पास से एक देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस के साथ उसको गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार करने के बाद आरोपी से लगातार एएटीएस की टीम पूछताछ करने में जुटी हुई है.

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