नई दिल्ली: नांगलोई पुलिस ने डुप्लीकेट लाईफ सेविंग इंजेक्शन बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद 15 नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन, एक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, 34 हजार रुपये कैश और एक सेंट्रो कार को जब्त कर लिया है.
कालाबाजारी पर नकेल: नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन बेचने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार - रेमेडेसिविर कालाबाजारी नांगलोई दिल्ली
डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट के अनुसार नांगलोई पुलिस के इंस्पेक्टर विपिन कुमार, एसआई दिनेश और कांस्टेबक रोहित की टीम ने नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
नकली रेमेडेसिविर इंजेक्शन बेचने वाले 2 आरोपी गिरफ्तार
नई दिल्ली: नांगलोई पुलिस ने डुप्लीकेट लाईफ सेविंग इंजेक्शन बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के पास से बरामद 15 नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन, एक ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर, 34 हजार रुपये कैश और एक सेंट्रो कार को जब्त कर लिया है.
डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट के अनुसार नांगलोई पुलिस के इंस्पेक्टर विपिन कुमार, एसआई दिनेश और कांस्टेबक रोहित की टीम ने नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान कमल और दीपक के रूप में हुई है. दोनों ही शालीमार बाग के रहने वाले हैं. कमल शालीमार बाग के एक हॉस्पिटल में डायलिसिस स्टाफ है तो वहीं उसका रूम मेट दीपक होम केअर पेशेंट के लिए नर्स उपलब्ध करवाता है.
एक इंजेक्शन के बदले दिए 30 हजार रुपये
पुलिस ने नांगलोई निवासी राहुल की शिकायत पर मामले की जांच शुरू की. पीड़ित के अनुसार उसे अपने अंकल के लिए रेमेडेसीवर इंजेक्शन की जरूरत थी. उसने गूगल पर इंजेक्शन के डीलर का कॉन्टैक्ट निकाल कर इंजेक्शन की जानकारी ली. आरोपी ने पीड़ित को रोहिणी बुलाया और एक इंजेक्शन के बदले 30 हजार रुपए लिए.
आरोपी ने दिया नकली इंजेक्शन
इंजेक्शन इस्तेमाल से पहले ही अंकल की मौत हो जाने से इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं हुआ. इंजेक्शन को ध्यान से देखने पर पीड़ित को इसके नकली होने का अंदेशा हुआ .जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने ट्रैप लगा कर पकड़ा
पुलिस ने आरोपी की जानकारी ले कर टेक्निकल सर्विलांस लगाया और साथ ही कस्टमर बन कर आरोपी से इंजेक्शन की डिलीवरी की बात कर ट्रैप लगाया. जिससे दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एसेंशियल कमोडिटी, एपिडेमिक डिसीस एक्ट और ड्रग एन्ड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.
डीसीपी आउटर डिस्ट्रिक्ट के अनुसार नांगलोई पुलिस के इंस्पेक्टर विपिन कुमार, एसआई दिनेश और कांस्टेबक रोहित की टीम ने नकली रेमेडेसीवर इंजेक्शन बेचने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों की पहचान कमल और दीपक के रूप में हुई है. दोनों ही शालीमार बाग के रहने वाले हैं. कमल शालीमार बाग के एक हॉस्पिटल में डायलिसिस स्टाफ है तो वहीं उसका रूम मेट दीपक होम केअर पेशेंट के लिए नर्स उपलब्ध करवाता है.
एक इंजेक्शन के बदले दिए 30 हजार रुपये
पुलिस ने नांगलोई निवासी राहुल की शिकायत पर मामले की जांच शुरू की. पीड़ित के अनुसार उसे अपने अंकल के लिए रेमेडेसीवर इंजेक्शन की जरूरत थी. उसने गूगल पर इंजेक्शन के डीलर का कॉन्टैक्ट निकाल कर इंजेक्शन की जानकारी ली. आरोपी ने पीड़ित को रोहिणी बुलाया और एक इंजेक्शन के बदले 30 हजार रुपए लिए.
आरोपी ने दिया नकली इंजेक्शन
इंजेक्शन इस्तेमाल से पहले ही अंकल की मौत हो जाने से इंजेक्शन का इस्तेमाल नहीं हुआ. इंजेक्शन को ध्यान से देखने पर पीड़ित को इसके नकली होने का अंदेशा हुआ .जिसके बाद उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.
पुलिस ने ट्रैप लगा कर पकड़ा
पुलिस ने आरोपी की जानकारी ले कर टेक्निकल सर्विलांस लगाया और साथ ही कस्टमर बन कर आरोपी से इंजेक्शन की डिलीवरी की बात कर ट्रैप लगाया. जिससे दोनों आरोपी पुलिस की पकड़ में आ गए. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एसेंशियल कमोडिटी, एपिडेमिक डिसीस एक्ट और ड्रग एन्ड कॉस्मेटिक एक्ट के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है.