नई दिल्ली/ ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (Yamuna Expressway Industrial Development Authority) ने अलीगढ़ जिले में बड़े पैमाने पर हो रहे अवैध निर्माण को शुक्रवार घंटों चली कार्रवाई के बाद गिरा दिया. यह निर्माण यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण की ओर से अधिसूचित क्षेत्र में हो रहा था. प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार ये जमीन प्राधिकरण के मास्टर प्लान का हिस्सा है. इस जमीन पर औद्योगिक इकाइयां स्थापित की जाएंगी. कब्जा मुक्त कराई गई इस जमीन की बाजार में कीमत 230 करोड़ रुपये आंकी गई है. संबंधित अधिकारियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि भविष्य में प्राधिकरण की जमीन पर अवैध निर्माण किया जाएगा तो उसे भी गिराया जाएगा. साथ ही अवैध निर्माण करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
आबादी के नाम पर प्लॉट बेचकर कमा रहे थे मोटा मुनाफा : अलीगढ़ जिले के खैर कस्बे के टप्पल क्षेत्र में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिसूचित लगभग 15.60 हेक्टेयर भूमि पर कोलोनाइजरों की ओर से अवैध तरीके से प्लॉटिंग कर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा था. आरोपी इस जमीन को आबादी के प्लॉटों के नाम पर बेचकर मोटा मुनाफा कमा कर फरार हो जाते हैं. ऐसी स्थिति में अपने जीवन भर की जमा पूंजी लगाकर प्लॉट खरीदने वाला व्यक्ति कार्रवाई का शिकार होता है.
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एडीएम और अलीगढ़ पुलिस की मौजूदगी में हुई कार्रवाई :इस जमीन पर अवैध निर्माण की सूचना के बाद यमुना प्राधिकरण का अतिक्रमण हटाओ दस्ता ओएसडी शैलेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा. उनके साथ भूलेख विभाग और परियोजना विभाग के अधिकारी भी मौजूद थे. उप जिलाधिकाारी एवं अलीगढ़ पुलिस भी मौके पर उपस्थित रही.
कई जेसीबी मशीनों से गिराए गए अवैध निर्माण :कई जेसीबी मशीनों की मदद से अवैध निर्माण को गिरा दिया गया. प्राधिकरण के अधिकारियों, अलीगढ़ पुलिस एवं प्रशासन ने लोगों को सचेत करते हुए कहा कि किसी भी लालच अथवा बहकावे में आकर प्राधिकरण के अधिसूचित क्षेत्र में किसी भी तरह की जमीन की खरीद फरोख्त न करें.
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