नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से पहले पश्चिम बंगाल में बिगड़े हालात पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व दिल्ली के प्रभारी श्याम जाजू ने एक आलेख लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी में ममत्व नहीं बचा है, वह अपना नाम बदल लें.
श्याम जाजू ने ममता बनर्जी को लेकर लिखा है कि वे अपनी हार से बौखलाहट में हैं और वे मानसिक संतुलन खो बैठी हैं. लोकतंत्र में रोड शो करना, रैली करना, प्रचार व प्रसार करना हर व्यक्ति का मूलभूत अधिकार है. लोकतंत्र का गला घोट कर अपने राज्य में 'हम करें शो कायदा' चलाने वाली ममता को स्वार्थी वोट बैंक राजनीति के लिए किसी भी हद तक जाने की अनुमति भारत का लोकतंत्र नहीं देता है.
'ममता राजनीति रोड पर लेकर आई'
श्याम जाजू ने लिखा है कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो का जवाब रोड शो से देने के बजाय ममता राजनीति रोड पर लेकर आ गईं. उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान देशभर में गुंडों और बदमाशों को हिरासत में लिया जाता है. पश्चिम बंगाल में उन्हें बॉन्ड पर रिहा करके मैन पावर का उपयोग अपने राजनीति के लिए तृणमूल कांग्रेस कर रही है.
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'योगी की रैली के मंच तोड़े'
उन्होंने कहा कि समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने तोड़कर अमित शाह के रोड शो को बदनाम करने की कोशिश की है. उत्तरी कोलकाता के फूल बागान में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली पूर्व अनुमति होते हुए भी तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने सभा का मंच खड़ा करने वाले मजदूरों की पिटाई कर करके उन्हें भगा दिया और मंच को ध्वस्त कर दिया. इसीलिए वह रैली भी रद्द करनी पड़ी.
'पश्चिम बंगाल में ही दंगे फसाद क्यों'
श्यामा प्रसाद मुखर्जी द्वारा स्थापित भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रवादी कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल के समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर के अपमान करने की कभी सोची नहीं सकते. मूर्तियां व समाज सुधारकों के चरित्र हनन में भाजपा कभी विश्वास नहीं करती. ऐसी घटनाएं से विचार कभी समाप्त नहीं होते हैं. श्याम जाजू ने आगे लिखा कि देश भर में हो रहे लोकसभा चुनावों के सभी चरणों में अकेले पश्चिम बंगाल में ही दंगे फसाद क्यों हो रहे हैं? जिन्होंने हथकंडे अपनाकर राजनीति में यश प्राप्त करने के दिन खत्म हो गए हैं.
'प्रशासन का दुरुपयोग संविधान की हत्या'
श्याम जाजू ने आगे लिखा कि आज तक पश्चिम बंगाल में राज करने वाले लेफ्ट व कांग्रेसियों से भी घटिया व्यवहार इस शासनकाल में हो रहा है. लोकतंत्र के महासंग्राम में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. पूरे देश में जो प्रतिक्रिया आई है. उसकी दखल देकर ममता अपने कार्यकाल में बदलाव लाए दहशत गाली-गलौज प्रशासन का दुरुपयोग संविधान की हत्या इससे पश्चिम बंगाल का विकास नहीं होने वाला है.