नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में यमुना के जलस्तर में कमी आने के साथ ही कई इलाकों से पानी निकल रहा है. इसके बाद उन इलाकों में गंदगी का अंबार लग गया है. लोग इन गंदगियों से परेशान हो गए हैं. कचड़े से बदबू लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. वहीं, जहां बाढ़ का पानी नहीं है, वहां बारिश का पानी जमा होने से भी बीमारी का खतरा उत्पन्न हो रहा है. दिल्ली के कालकाजी विधानसभा क्षेत्र के श्रीनिवासपुरी इलाके में एक दिल्ली सरकार के बस्ती विकास केंद्र पर बीते कई दिनों से पानी एकत्रित है, जो और भी गंदा हो चुका है. इसको लेकर दिल्ली सरकार का विरोध जताते हुए भाजपा के कार्यकर्ताओं ने यहां श्रमदान कर सफाई अभियान चलाया.
स्थानीय निगम पार्षद राजपाल सिंह ने बताया कि श्रीनिवासपुरी के कर्पूरी ठाकुर कैंप में स्थित दिल्ली सरकार का बस्ती विकास केंद्र गंदगी का अड्डा बना हुआ है. यहां पर गंदा पानी कई दिनों से एकत्रित है जो नहीं निकल रहा है. अब वही पानी सड़ रहा है, जिससे बदबू आ रहा है और वह बीमारी को निमंत्रण दे रहा है. लेकिन दिल्ली सरकार इसकी सुध नहीं ले रही है. यहां की विधायक आतिशी हैं, जो कि दिल्ली की सेकंड सीएम है और उनके पास अपने इलाके को देखने का टाइम नहीं है. हम बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने स्वतः संज्ञान लेकर क्षेत्र की समस्या को देखते हुए अपना श्रमदान कर यहां सफाई अभियान चला रहे हैं और निगम के माध्यम से यहां बीमारी पैदा ना हो उसके लिए दवाई का छिड़काव कर रहे हैं.
बटला हाउस इलाके में भी लोग कीचड़ से परेशानः वहीं, ओखला विधानसभा क्षेत्र के बटला हाउस इलाके में भी लगभग ऐसे ही हालात हैं. यहां के कई घरों से पानी निकलने के बाद कीचड़ भर गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि गुरुवार को जब यमुना में पानी बढ़ा था, तो हमारे कॉलोनी में भी पानी आया था और यहां हजारों लोग प्रभावित हुए थे. इसके लिए पास में ही स्कूल को बाढ़ राहत कैंप के रूप में परिवर्तित किया गया हैं. हालांकि वह स्कूल लोगों के लिए नाकाफी साबित हुआ.
वहीं, कई लोगों ने बताया कि उन्होंने अपने परिवार को रिश्तेदारों के यहां भेजा है. वहीं इस दौरान लोगों ने बताया कि पानी आया, तब से ही बिजली काट दी गई है, जो लगातार कटी हुई है. इससे हम लोगों को परेशानी हो रही है. बिना बिजली के हम लोगों को रहना पड़ रहा है. खाने-पीने की भी दिक्कत हो रही है. कुछ लोग खाना बांटने आते हैं, वह पर्याप्त नहीं होता है. वहां पर काफी भीड़ हो जाती है. बाढ़ राहत केंद्र बना है, वहां पर भी काफी भीड़ हैं. इसके साथ ही बिजली कटने से भी बहुत समस्या हो रही है.