नई दिल्ली: JNU वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने मुलाकात के दौरान इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को और 2020 में आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया.
शिक्षा को लेकर जागरूक है प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह पता चला कि शिक्षा को लेकर प्रधानमंत्री काफी जागरूक है.
जामिया की तरक्की के लिए करेगें सहायता
उन्होंने बताया कि जामिया की शिक्षा पद्धति से वह काफी प्रभावित है. प्रधानमंत्री ने जामिया में पढ़ने वाले छात्रों की अनुशासित जीवन शैली की प्रशंसा भी की. साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि जामिया की तरक्की के लिए उनकी तरफ से पूरी सहायता की जाएगी.
जामिया में बनेगा मेडिकल कॉलेज
वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने बताया कि उन्होंने जामिया में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री से सहयोग मांगा जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाया है और यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार इस काम में विश्वविद्यालय प्रशासन की पूरी मदद करेगी.
तीव्र गति से काम हो
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि हमारे देश में जितने मेडिकल कॉलेजों की आवश्यकता है उसका 10 फ़ीसदी भी अभी तक उपलब्ध नहीं है. वहीं प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेज का काम तीव्र गति से जल्दी ही शुरू हो जाए.
जामिया में आने पर नहीं है आपत्ति
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जामिया में दाखिल होने को लेकर विवाद की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि जामिया में तत्कालीन रूप में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है जिसके चलते छात्र या शिक्षक प्रधानमंत्री के जामिया में आने को लेकर कोई आपत्ति जताए.
सबका साथ सबका विकास करने में विश्वास
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक साथ सबका विकास करने में विश्वास रखते हैं और बिना किसी भेदभाव के वह हमारी मदद करने को तैयार हुए हैं. इसलिए जामिया प्रशासन को उनसे कोई शिकवा नहीं है बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री के सहयोग के लिए उनकी सराहना की.
जामिया के इतिहास को जानने का मौका
वहीं आगामी शताब्दी महोत्सव को लेकर प्रोफेसर अख्तर ने बताया कि इस महोत्सव में जामिया के इतिहास और जामिया की स्थापना करने वाले सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा. जिससे छात्र भी जामिया के इतिहास को जान सके. साथ ही कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है जो सभी कार्यक्रमों की सूची तैयार कर रही है.