ETV Bharat / state

जामिया के दीक्षांत समारोह में इस वर्ष राष्ट्रपति तो अगले साल शताब्दी महोत्सव में PM मोदी हो सकते हैं मुख्य अतिथि

जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और इस वर्ष के दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया.

नजमा अख्तर, वाइस चांसलर
author img

By

Published : Jul 9, 2019, 1:16 PM IST

Updated : Jul 9, 2019, 2:07 PM IST

नई दिल्ली: JNU वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने मुलाकात के दौरान इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को और 2020 में आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया.

जामिया के दीक्षांत समारोह में शामिल होगें राष्ट्रपति

शिक्षा को लेकर जागरूक है प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह पता चला कि शिक्षा को लेकर प्रधानमंत्री काफी जागरूक है.


जामिया की तरक्की के लिए करेगें सहायता
उन्होंने बताया कि जामिया की शिक्षा पद्धति से वह काफी प्रभावित है. प्रधानमंत्री ने जामिया में पढ़ने वाले छात्रों की अनुशासित जीवन शैली की प्रशंसा भी की. साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि जामिया की तरक्की के लिए उनकी तरफ से पूरी सहायता की जाएगी.


जामिया में बनेगा मेडिकल कॉलेज
वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने बताया कि उन्होंने जामिया में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री से सहयोग मांगा जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाया है और यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार इस काम में विश्वविद्यालय प्रशासन की पूरी मदद करेगी.

तीव्र गति से काम हो
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि हमारे देश में जितने मेडिकल कॉलेजों की आवश्यकता है उसका 10 फ़ीसदी भी अभी तक उपलब्ध नहीं है. वहीं प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेज का काम तीव्र गति से जल्दी ही शुरू हो जाए.

जामिया में आने पर नहीं है आपत्ति
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जामिया में दाखिल होने को लेकर विवाद की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि जामिया में तत्कालीन रूप में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है जिसके चलते छात्र या शिक्षक प्रधानमंत्री के जामिया में आने को लेकर कोई आपत्ति जताए.

सबका साथ सबका विकास करने में विश्वास
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक साथ सबका विकास करने में विश्वास रखते हैं और बिना किसी भेदभाव के वह हमारी मदद करने को तैयार हुए हैं. इसलिए जामिया प्रशासन को उनसे कोई शिकवा नहीं है बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री के सहयोग के लिए उनकी सराहना की.

जामिया के इतिहास को जानने का मौका
वहीं आगामी शताब्दी महोत्सव को लेकर प्रोफेसर अख्तर ने बताया कि इस महोत्सव में जामिया के इतिहास और जामिया की स्थापना करने वाले सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा. जिससे छात्र भी जामिया के इतिहास को जान सके. साथ ही कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है जो सभी कार्यक्रमों की सूची तैयार कर रही है.

नई दिल्ली: JNU वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्होंने मुलाकात के दौरान इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को और 2020 में आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया.

जामिया के दीक्षांत समारोह में शामिल होगें राष्ट्रपति

शिक्षा को लेकर जागरूक है प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह पता चला कि शिक्षा को लेकर प्रधानमंत्री काफी जागरूक है.


जामिया की तरक्की के लिए करेगें सहायता
उन्होंने बताया कि जामिया की शिक्षा पद्धति से वह काफी प्रभावित है. प्रधानमंत्री ने जामिया में पढ़ने वाले छात्रों की अनुशासित जीवन शैली की प्रशंसा भी की. साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि जामिया की तरक्की के लिए उनकी तरफ से पूरी सहायता की जाएगी.


जामिया में बनेगा मेडिकल कॉलेज
वाइस चांसलर नजमा अख्तर ने बताया कि उन्होंने जामिया में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री से सहयोग मांगा जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाया है और यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार इस काम में विश्वविद्यालय प्रशासन की पूरी मदद करेगी.

तीव्र गति से काम हो
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि हमारे देश में जितने मेडिकल कॉलेजों की आवश्यकता है उसका 10 फ़ीसदी भी अभी तक उपलब्ध नहीं है. वहीं प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेज का काम तीव्र गति से जल्दी ही शुरू हो जाए.

जामिया में आने पर नहीं है आपत्ति
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जामिया में दाखिल होने को लेकर विवाद की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि जामिया में तत्कालीन रूप में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है जिसके चलते छात्र या शिक्षक प्रधानमंत्री के जामिया में आने को लेकर कोई आपत्ति जताए.

सबका साथ सबका विकास करने में विश्वास
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक साथ सबका विकास करने में विश्वास रखते हैं और बिना किसी भेदभाव के वह हमारी मदद करने को तैयार हुए हैं. इसलिए जामिया प्रशासन को उनसे कोई शिकवा नहीं है बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री के सहयोग के लिए उनकी सराहना की.

जामिया के इतिहास को जानने का मौका
वहीं आगामी शताब्दी महोत्सव को लेकर प्रोफेसर अख्तर ने बताया कि इस महोत्सव में जामिया के इतिहास और जामिया की स्थापना करने वाले सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा. जिससे छात्र भी जामिया के इतिहास को जान सके. साथ ही कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है जो सभी कार्यक्रमों की सूची तैयार कर रही है.

Intro:नई दिल्ली।

जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर ने पिछले दिनों राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. वहीं इस मुलाकात के दौरान उन्होंने इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया तो वर्ष 2020 में आयोजित होने वाले शताब्दी समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण दिया है. वहीं जामिया मिल्लिया इस्लामिया की वाइस चांसलर प्रोफेसर नजमा अख्तर के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात को लेकर ईटीवी भारत से विस्तार से बातचीत की.



Body:जामिया मिल्लिया इस्लामिया की कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर ने हाल ही में प्रधानमंत्री से मुलाकात की. प्रधानमंत्री से हुई मुलाकात के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के बाद यह पता चला कि शिक्षा को लेकर प्रधानमंत्री काफी जागरूक है. यही कारण है कि जामिया की शिक्षा पद्धति से वह काफी प्रभावित है. उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने जामिया में पढ़ने वाले छात्रों की अनुशासित जीवन शैली की प्रशंसा भी की. साथ ही यह आश्वासन भी दिया कि जामिया की तरक्की के लिए उनकी तरफ
पूरी सहायता की जाएगी.


प्रोफेसर नजमा अख्तर ने बताया कि उन्होंने जामिया में मेडिकल कॉलेज बनाए जाने के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री से सहयोग मांगा जिस पर उन्होंने सकारात्मक रुख दिखाया है और यह भरोसा दिलाया है कि उनकी सरकार इस काम में विश्वविद्यालय प्रशासन की पूरी मदद करेगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का कहना है कि हमारे देश में जितने मेडिकल कॉलेजों की आवश्यकता है उसका 10 फ़ीसदी भी अभी तक उपलब्ध नहीं है इसलिए ऐसे में अगर जामिया मेडिकल कॉलेज बनाने की पहल कर रहा है तो सरकार हर तरह से इसका साथ देगी. वहीं प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी चाहते हैं कि मेडिकल कॉलेज का काम तीव्र गति से जल्दी ही शुरू हो जाए. वहीं प्रोफेसर अख्तर ने आने वाले समय में जामिया में मनाए जाने वाले शताब्दी महोत्सव के लिए भी प्रधानमंत्री को निमंत्रण दे दिया जिस पर उन्होंने सहर्ष निमंत्रण स्वीकार किया है और कार्यक्रम में उपस्थित होने का आश्वासन भी दिया है.


वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जामिया में दाखिल होने को लेकर विवाद की बात को नकारते हुए उन्होंने कहा कि जामिया में तत्कालीन रूप में ऐसी कोई परिस्थिति नहीं है जिसके चलते छात्र या शिक्षक प्रधानमंत्री के जामिया में आने को लेकर कोई आपत्ति जताए. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक साथ सबका विकास करने में विश्वास रखते हैं और बिना किसी भेदभाव के वह हमारी मदद करने को तैयार हुए हैं इसलिए जामिया प्रशासन को उनसे कोई शिकवा नहीं है बल्कि उन्होंने प्रधानमंत्री के सहयोग के लिए उनकी सराहना की. वहीं आगामी शताब्दी महोत्सव को लेकर प्रोफेसर अख्तर ने बताया कि इस महोत्सव में जामिया के इतिहास और जामिया की स्थापना करने वाले सभी पहलुओं को दर्शाया जाएगा जिससे छात्र भी जामिया के इतिहास को जान सके. साथ ही कहा कि इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है जो सभी कार्यक्रमों की सूची तैयार कर रही है.



Conclusion:बता दें कि प्रधानमंत्री से हुई इस मुलाकात के पहले प्रोफेसर नजमा अख्तर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात की थी और उनसे भी मेडिकल कॉलेज बनाए जाने को लेकर मदद मांगी थी. वहीं उन्होंने इस वर्ष आयोजित होने वाले दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण भी दिया है जिस पर उन्होंने अपनी स्वीकृति दे दी है. इसके अलावा उन्होंने शताब्दी महोत्सव के लिए भी विशेष ग्रांट मांगा था जिस पर राष्ट्रपति ने हर संभव मदद देने की बात कही थी. वहीं राष्ट्रपति से मुलाकात को लेकर प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि उन्होंने ना सिर्फ हमारी मांगों को गंभीरता से लिया बल्कि कई ऐसे अहम सुझाव भी दिए हैं जिससे जामिया के प्रति राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी छात्रों का दृष्टिकोण सकारात्मक बना रहे.



Last Updated : Jul 9, 2019, 2:07 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.