नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली की आबोहवा को साफ सुरक्षित करने के लिए दिल्ली सरकार ने हरित क्षेत्र बढ़ाने का निर्णय लिया है. इसको लेकर 26 फरवरी से दिल्ली में पौधरोपण महाअभियान 26 फरवरी से शुरू होगा. दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया है कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को बेला फार्म से महाअभियान की शुरुआत करेंगे.
दिल्ली के वन एवं पर्यावण मंत्री गोपाल राय की अध्यक्षता में पौधरोपण अभियान को लेकर 30 से ज्यादा एजेंसियों के साथ बैठक हुई. इसमें वन विभाग, एमसीडी, शिक्षा विभाग, एनडीएमसी, दिल्ली जल बोर्ड, पर्यावरण विभाग, डीएसआईडीसी, सीपीडब्लूडी, एनडीपीएल, आईएफसीडी, नॉर्दन रेलवे, बीएससीएस, पर्यावरण आदि विभागों के उच्च अधिकारियों ने भाग लिया. बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री ने बताया कि इस महाअभियान की शुरुआत सीएम अरविंद केजरीवाल 26 फरवरी को बेला फार्म से करेंगे. दिल्ली सरकार ने इस साल तकरीबन 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है. इसमें 20 लाख बड़े पौधे और 25 लाख झाड़ियां लगाई जाएंगी, जबकि 7 लाख पौधे दिल्ली के लोगों को वितरित किए जाएंगे.
उन्होंने बताया कि पिछले साल हमने 42 लाख पौधों का रोपण किया गया था, लेकिन लक्ष्य से ज्यादा पौधरोपण किया गया था. इस साल हमने 52 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, जिसमें सबसे ज्यादा पौधे लगाने का लक्ष्य वन विभाग ने लिया है. यहां वन विभाग 18 लाख, एनडीएमसी 5 लाख, शिक्षा विभाग 4.5 लाख, एमसीडी 4 लाख और डीडीए 9 लाख के करीब पौधे लगाने की बात कह रही है. इसके साथ कई एजेंसियां भी पौधरोपण का काम करेंगी.
उन्होंने बताया कि इस बार अंतरराष्ट्रीय चार्ट में विश्व के सबसे प्रदूषित शहरों की सूची में दिल्ली का नाम नहीं होना इस बात का प्रमाण है कि दिल्ली की सारी एजेंसियां मिल कर दिल्ली को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए प्रयास कर रही हैं. केजरीवाल सरकार की हिमायत में प्रदूषण से निपटने के लिए दीर्घकालिक और अल्पकालिक योजना बनाकर कार्य किया जा रहा है, यह उसी का नतीजा है. इस साल पौधरोपण का लक्ष्य बहुत ज्यादा होने के चलते हमने इस बार अभियान की शुरुआत 26 फरवरी से करने का निर्णय लिया है. इससे पिछले सालों में हम इसकी शुरुआत जून के अंतिम सप्ताह या जुलाई के प्रथम सप्ताह में करते आ रहे हैं.
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने थर्ड पार्टी ऑडिट रिपोर्ट को लेकर एक्सपर्ट कमेटी बनाने का निर्देश दिया है, जो थर्ड पार्टी ऑडिट रिपोर्ट का अध्ययन करेगी कि किस तरह के या किस जगह पर पौधों का सर्वाइवल रेट अधिक है. इस अध्ययन से जो निष्कर्ष आएगा उसी के आधार पर हम संबंधित एजेंसियों को निर्देश दे सकेंगे कि किस जमीन और किस प्रकार के पौधे लगाएं, जिससे उनका सर्वाइवल रेट ज्यादा हो. उन्होंने बताया कि इस अभियान से ना केवल दिल्ली के हरित क्षेत्र में वृद्धि होगी बल्कि भविष्य में प्रदूषण की समस्या से लड़ने का रोडमैप भी तैयार होगा.
ये भी पढ़ें: Delhi NCR Weather Update: फिर बदला मौसम का मिजाज, कोहरे के आगोश में दिल्ली