नई दिल्ली: रविवार को दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में क्रांति अगेंस्ट करप्शन के बैनर तले अभिभावकों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा. प्रदर्शन के दौरान अभिभावकों का कहना था कि कोरोना संकट के दौरान स्कूलों को खोलने की अनुमति न दी जाए और स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें लागू की जाए.
इन मांगों पर हुई बात
इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया. उनकी मांग थी कि आर्थिक संकट से जूझ रहे अभिभावकों के बच्चों की तिमाही फीस माफ होनी चाहिए. साथ ही उनका कहना था कि देश में कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण जब तक स्थिति सामान्य न हो या वैक्सीन ना बने तब तक स्कूलों को ना खोला जाए. इसके अलावे कक्षा 1 से लेकर 12वीं तक सभी स्कूलों में एनसीईआरटी की किताबें ही पढ़ाई जाए. ऐसे ही तमाम मांगों को लेकर अभिभावकों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान शांतिपूर्ण तरीके से अभिभावकों ने अपनी बातों को रखा.
अगस्त में न खुले स्कूल
आपको बता दें कि कोरोना संकट की वजह से महीनों से सरकारी और प्राइवेट स्कूल बंद हैं लेकिन स्कूल बंद होने के बावजूद दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों के द्वारा फीस वसूलने की बात सामने आ रही है. उसी के विरोध में अभिभावकों ने प्रदर्शन किया. साथ ही अभिभावकों का यह भी विरोध था कि जो अगस्त महीने में स्कूल खोलने की बात कही जा रही है, वह ठीक नहीं है. उसको वापस लेना चाहिए क्योंकि कोरोना संकट के दौरान स्कूल खोलना बच्चों के जान से खिलवाड़ करने जैसा है.