नई दिल्ली/नोएडा: सूरजपुर थाना क्षेत्र के देवला गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां पर 2 साल की मासूम बच्ची की पड़ोसी ने हत्या कर दी. आरोपी ने हत्या के बाद शव को बैग में बंद कर के कमरे में रख दिया और उसके बाद बच्ची के पिता के साथ उसको तलाश कराने का नाटक करता रहा. आरोपी के कमरे से खून निकल कर बाहर आने लगा तो लोगों को घटना का शक हुआ, लेकिन तब तक आरोपी मौके से फरार हो गया था. पुलिस ने मौके पर आकर शव को बैग से बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आरोपी की तलाश में कई टीमें लगा दी गई है.
दरअसल, शिव कुमार मूलरूप से जिला चंदौली का रहने वाला है और वर्तमान में अपने परिवार के साथ सूरजपुर थाना क्षेत्र के देवला गांव में किराए के मकान में रहता है. उसी मकान में बराबर के कमरे में जिला बलिया निवासी पुरुषोत्तम भी अपने परिवार के साथ रहता है. कई साल से दोनों की अच्छी जान पहचान है. पुरुषोत्तम ने 15 दिन पहले अपने परिवार को गांव भेज दिया था. शिव कुमार की 2 वर्षीय बेटी मानसी 7 अप्रैल को दोपहर में अचानक गायब हो गई, जिसके बाद परिजनों ने उसको काफी तलाश किया. तलाश करने के बाद भी मासूम नहीं मिली तो 8 अप्रैल को सूरजपुर थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी. वहीं 9 अप्रैल को पड़ोसी पुरुषोत्तम के कमरे से बहकर खून बाहर आने लगा और बदबू आने लगी तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब कमरे का दरवाजा खोल कर देखा तो मासूम मानसी का शव बैग में रखा हुआ था.
पड़ोसी राघवेंद्र के कमरे में मासूम मानसी का शव देखकर सभी लोगों के होश उड़ गए. यह वही मानसी थी, जिसको 2 दिन से शिवकुमार तलाश कर रहा था और शिव कुमार के साथ खुद राघवेंद्र भी बच्ची की तलाश में उनके साथ घूम रहा था. इस पूरे मामले में पुलिस ने बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं राघवेंद्र अभी फरार है, जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
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मानसी के पिता शिव कुमार ने बताया कि वह यहां इंडस्ट्री एरिया में एक फैक्ट्री में काम करते हैं. 7 अप्रैल को जब वह फैक्ट्री गए हुए थे तब दोपहर में उनकी 2 वर्षीय बेटी मानसी अचानक गायब हो गई, जिसके बाद सूचना पाकर वह घर पहुंचे और उन्होंने बेटी को काफी तलाश किया, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई और फिर उसी मकान के बराबर वाले पुरुषोत्तम के कमरे से बेटी का शव मिला. उन्होंने बताया कि उन्हें बिल्कुल पता नहीं था कि उनके साथ घूमने वाला व्यक्ति ही उनकी मासूम की हत्या कर देगा. इसके साथ ही उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए.
एडिशनल डीसीपी सेंट्रल नोएडा राजीव दीक्षित ने बताया कि बच्चे की पहले गुमशुदगी की सूचना प्राप्त हुई थी. उसके बाद 9 अप्रैल में पड़ोसी के कमरे से बच्ची का शव मिला है. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं आरोपी पुरुषोत्तम की तलाश के लिए पुलिस ने तीन टीमें गठित की है, जो उसकी तलाश में लगी हुई है कि किस कारण से उसने बच्ची की हत्या की यह अभी ज्ञात नहीं हो पाया है. पुलिस आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लेगी.
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