नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को किसानों से मन की बात की है. इस दौरान दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बीजेपी के नेता मौजूद रहे. वहीं नई दिल्ली लोकसभा सीट के कोटला-मुबारकपुर में सांसद मीनाक्षी लेखी मौजूद रहीं. सांसद लेखी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि आजादी के बाद से किसानों के हालात सही नहीं थी. आय का कोई जरिया नहीं था. पीएम मोदी किसानों के फायदे के लिए इस कानून को लेकर आए हैं. अपने फायदे के लिए लोगों द्वारा विरोध किया जा रहा है. किसान अपनी फसल बाहर नहीं बेच पाते थे. नए कृषि कानूनों के बाद देश के किसी भी राज्य में किसान अब अपनी फसल बेच सकते हैं.
'मंडी से बंधे होते थे किसान अब उनके लिए रास्ता खुला'
सांसद मीनाक्षी लेखी ने कहा कि दूध, मछली भी कृषि का हिस्सा हैं. पहले किसान मंडी से बंधे होते थे. पहले की सरकारों ने किसानों को उनके अधिकारों से वंचित रखा. किसानों को लाभ के लिए सरकार ने नए कानून को लागू किए. हर क्षेत्र के किसानों को 5-5 किश्तें 2 हजार की दर से मिल चुकी हैं. देश में 80 फीसदी किसानों को लाभ दिया जा रहा है. 9 करोड़ किसानों को पीएम ने 18 हजार करोड़ रूपए दिए. किसान अब अपनी फसल को अच्छे दामों पर बेच पाएंगे.
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'विपक्ष ने भड़काया किसान आंदोलन'
साथ ही सांसद लेखी का यह भी कहना है कि किसान आंदोलन शुरू होने पर विपक्ष ने किसानों को भड़काया. किसान आंदोलन में शरजील इमाम को छोड़ने की बात कही जा रही है. किसान आंदोलन में राजनीति चमकाने का काम किया जा रहा है. बीजेपी ने समझाने का काम कर दिया और सरकार ने किसानों के लिए बातचीत का दरवाजा भी खुला हुआ है.