नई दिल्ली: टिकट कटने से नाराज सांसद उदित राज ने जिस तरह एक झटके में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली इससे उनके कार्यकर्ता तो सकते में हैं. साथ ही भाजपा के नेता भी हैरान हैं. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस की सदस्यता लेते ही उदित राज ने जिस तरह कहा कि भाजपा दलित विरोधी है. पार्टी में रहते हुए उन्होंने दलितों के हित की बात की तो उन्हें दरकिनार कर दिया गया.
इस पर भाजपा सांसद व नई दिल्ली से पार्टी की प्रत्याशी मीनाक्षी लेखी का कहना है कि उदित राज का बयान उनके निजी विचार है. भाजपा दलित विरोधी नहीं है. इसके कई उदाहरण हैं.
उदित ने लगाया बीजेपी पर आरोप
मीनाक्षी लेखी ने कहा कि उदित राज ने भाजपा पर जो दलित विरोधी होने का आरोप लगाया है वह इसलिए क्योंकि उनकी निजी महत्वाकांक्षा पूरी नहीं हुई. जिसके बाद वह इस तरह के बोल बोल रहे हैं. एक सवाल पूछे जाने पर कि उदित राज का यह भी कहना है कि राष्ट्रपति के पद पर रामनाथ कोविंद को इसलिए बैठाया गया, क्योंकि वह दलित हैं? तो मीनाक्षी लेखी ने कहा कि यह कारण नहीं है. रामनाथ कोविंद योग्य थे, इस पद के लिए इसीलिए पार्टी ने उन्हें इस पर बैठाया.
उन्होंने कहा कि भाजपा अगर दलित विरोधी होती तो पिछली बार ना तो उदित राज को टिकट मिलता और ना ही पार्टी द्वारा इस वर्ष के आम चुनाव में दर्जनों प्रत्याशियों को मैदान में उतारती.