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सैदुलाजाब: 6 दुकानों से 10 बच्चों को लेबर कमिश्नर ने किया रेस्क्यू, दुकानें सील - सैदुलाजाब लेबर कमिश्नर टीम

दिल्ली के सैदुलाजाब में लेबर कमिश्नर टीम ने 6 दुकानों से 10 बच्चों को रेस्क्यू किया. साथ ही टीम ने दुकानों को सील भी कर दिया है. ऐसे में सैदुलाजाब से निगम पार्षद संजय ठाकुर इस बात की जानकारी पाते ही पहुंचे और उन्होने सीलिंग को अवैध करार दिया.

labor commissioner team seal shops from where 10 children rescued
10 बच्चों को 6 दुकानों से किया गया रेस्क्यू
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Published : Jan 4, 2021, 5:57 PM IST

नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के सैदुलाजाब में लेबर कमिश्नर की टीम ने 6 दुकानों पर छापा मारकर 10 बच्चों को रेस्क्यू किया है. बताया जाता है कि बच्चे बीते कई महीनों से दुकानों में काम किया करते थे. सभी बच्चे 18 साल से कम उम्र के हैं. इसी के साथ 6 दुकानों को सील कर दिया गया है.

10 बच्चों को 6 दुकानों से किया गया रेस्क्यू

स्थानीय पार्षद ने जताया विरोध

सैदुलाजाब से निगम पार्षद संजय ठाकुर सीलिंग की जानकारी पाते ही मौके पर पहुंच गए और वहां पर जाते ही सीलिंग को अवैध करार देने लगे. हालांकि उनका ये भी कहना है कि बच्चे दुकानों में काम नहीं करते थे, बल्कि अपने परिजनों को खाना देने के लिए आए थे.

दुकानें खोलने की रखी मांग

बाद में निगम पार्षद एसडीएम से मिलने के लिए एसडीएम ऑफिस तक गए, लेकिन एसडीएम के ना होने के चलते वे एसडीएम से नहीं मिल पाए. साथ ही उनकी मांग है कि स्थानीय प्रशासन सील किए हुए दुकान को खोल दें क्योंकि दिल्ली सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है. इस कोरोना काल में लोग भूखे मरने को मजबूर है और प्रशासन इस तरीके की कार्रवाई कर रहा है.


ये भी पढ़ें:-RWA और मेट्रो हॉस्पिटल की तरफ से दक्षिणपुरी में लोगों का किया गया फ्री चेकअप

पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

खैर सीलिंग का यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी प्रशासन को जहां नाबालिग बच्चों के काम करने की सूचना मिलती है, तो प्रशासन वहां पर पहुंचकर दुकान को सील करने के साथ-साथ बच्चों का रेस्क्यू करती है. उसी की तर्ज पर आज से सैदुलाजाब में भी स्थानीय प्रशासन की टीम ने पहुंचकर 10 बच्चों का रेस्क्यू करते हुए 6 दुकानों को सील किया.

नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के सैदुलाजाब में लेबर कमिश्नर की टीम ने 6 दुकानों पर छापा मारकर 10 बच्चों को रेस्क्यू किया है. बताया जाता है कि बच्चे बीते कई महीनों से दुकानों में काम किया करते थे. सभी बच्चे 18 साल से कम उम्र के हैं. इसी के साथ 6 दुकानों को सील कर दिया गया है.

10 बच्चों को 6 दुकानों से किया गया रेस्क्यू

स्थानीय पार्षद ने जताया विरोध

सैदुलाजाब से निगम पार्षद संजय ठाकुर सीलिंग की जानकारी पाते ही मौके पर पहुंच गए और वहां पर जाते ही सीलिंग को अवैध करार देने लगे. हालांकि उनका ये भी कहना है कि बच्चे दुकानों में काम नहीं करते थे, बल्कि अपने परिजनों को खाना देने के लिए आए थे.

दुकानें खोलने की रखी मांग

बाद में निगम पार्षद एसडीएम से मिलने के लिए एसडीएम ऑफिस तक गए, लेकिन एसडीएम के ना होने के चलते वे एसडीएम से नहीं मिल पाए. साथ ही उनकी मांग है कि स्थानीय प्रशासन सील किए हुए दुकान को खोल दें क्योंकि दिल्ली सरकार बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है. इस कोरोना काल में लोग भूखे मरने को मजबूर है और प्रशासन इस तरीके की कार्रवाई कर रहा है.


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पहले भी हो चुकी है कार्रवाई

खैर सीलिंग का यह कोई पहला मामला नहीं है. इसके पहले भी प्रशासन को जहां नाबालिग बच्चों के काम करने की सूचना मिलती है, तो प्रशासन वहां पर पहुंचकर दुकान को सील करने के साथ-साथ बच्चों का रेस्क्यू करती है. उसी की तर्ज पर आज से सैदुलाजाब में भी स्थानीय प्रशासन की टीम ने पहुंचकर 10 बच्चों का रेस्क्यू करते हुए 6 दुकानों को सील किया.

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