नई दिल्ली: लाॅकडाउन के दौरान जरूरतमंदों को मुफ्त में राशन वितरण की प्रक्रिया में जैतपुर नंबर-1 एसडीएमसी स्कूल के प्रिंसिपल ने गड़बड़ी का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि वितरण प्रणाली के लिए ओखला और मायापुरी स्थित गोदाम से जो गेहूं और चावल के कट्टे भेजे जा रहे हैं, उनका वजन कम रहता है.
नियमानुसार अनाज से भरे कट्टे का वजन 50 किलो तक रहना चाहिए लेकिन अधिकांश में 4 से 7 किलो की कमी रहती है. जबकि राशन को स्कूल तक पहुंचाने उनसे रिसीविंग कागज पर 50 किलो लिखवाया जाता है. इस बात की शिकायत उच्चाधिकारियों से की गई है.
राशन सप्लाई में हो रही धांधली
जैतपुर नंबर-1 स्कूल के प्रिंसिपल पीएस भारती के मुताबिक स्कूल में रोज गोदाम से राशन की सप्लाई की जा रही है. किसी दिन 30 कट्टे तो किसी दिन 50 से 60 कट्टे गेहूं और चावल भेजे जा रहे हैं. लेकिन इनको तौलने पर अधिकांश में 4 से 7 किलो अनाज कम रहती है. जबकि नियमानुसार सभी कट्टे में 50 किलो तक गेहूं और चावल रहनी चाहिए. इससे वितरण में काफी दिक्कतें होती है.
'रोजाना 200 से अधिक लोगों में बांटा जा रहा है राशन'
जैतपुर नंबर-1 स्कूल के प्रिंसिपल पीएस भारती ने बताया कि इस स्कूल पर रोजाना 200 से अधिक लोगों में राशन वितरित किया जा रहा है. अप्रैल में 3877 लोगों को राशन के लिए कूपन जारी किए गए थे. इसमें से 2187 लोगों में राशन वितरित किए गए. लेकिन करीब 1690 ऐसे थे, जो राशन लेने नहीं पहुंचे. बाद में इनके कूपन को रद्द कर कर दिया गया.
'इस महीने 1000 से अधिक लोगों को मिल चुका है राशन'
प्रिंसिपल पीएस भारती के मुताबिक मई में राशन वितरण के लिए लगभग 2271 ऑनलाइन कूपन जारी किए गए हैं. इसमें से लगभग 1000 लोगों में राशन वितरित किया जा चुका है. बाकी बचे लोगों को भी राशन मुहैया कराने पर जोर दिया जा रहा है. लेकिन समस्या है कि गोदाम से जो राशन के कट्टे भेजे जा रहे हैं. उसमें राशन की कम मात्रा होने से परेशानी बढ़ रही है.
उधर सौरभ विहार वार्ड नंबर-97 एस की निगम पार्षद अनामिका सिंह ने बताया कि स्कूलों पर गोदाम से आ रहे राशन के कट्टे में गेहूं और चावल की कम मात्रा को लेकर डीएम, एफएसओ आदि से शिकायत की गई है. उनकी ओर से मामले की जांच का आश्वासन दिया गया है. साथ ही कहा गया है कि जिस कट्टे में जितनी राशन की कमी होगी, उसकी पूर्ति की जाएगी.