नई दिल्ली/नोएडा: गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ लॉ जस्टिस एंड गवर्नेंस ने दो दिवसीय आन्तरिक मूट कोर्ट प्रतियोगिता का प्रारंभ किया. मूट कोर्ट प्रतियोगिता विश्लेषण करने की क्षमता को बढ़ाता है और कानूनी कौशल में सहायक सिद्ध होता है. यह प्रतियोगिता छात्र-छात्राओं को कानूनी सम्प्रेषण की विधिओं का अभ्यास करने में सहायता प्रदान करेगी. इस प्रतियोगिता से युवा छात्र-छात्राओं को विधिक शिक्षा का अच्छा अनुभव मिलेगा और उन्हें कानूनी पेशे की बारीकियों का बेहतर ज्ञान मिलेगा.
शुक्रवार को प्रतियोगिता का स्वागत संबोधन अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ़ लॉ, जस्टिस एंड गवर्नेंस, डॉ. केके द्विवेदी तथा स्कूल की विभाग्याध्यक्ष डॉ. रमा शर्मा ने दिया. ड्रा ऑफ लॉट्स के उपरांत प्रारंभिक दौर में 10 टीमो में से 4 टीमो का चयन सेमी फाइनल दौर के लिए हुआ तथा विजेता 10 दिसम्बर को फाइनल दौर के बाद घोषित होंगे. निर्णायक मंडल में सुप्रीम कोर्ट तथा विभिन्न हाई कोर्ट के न्यायधीश उपस्थित रहे.
मूट कोर्ट प्रतियोगिता के मुख्य संरक्षक, कुलपति, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय, प्रो. रविन्द्र कुमार सिन्हा एवं संरक्षक, अधिष्ठाता, स्कूल ऑफ़ लॉ, जस्टिस एण्ड गवर्नेंस, डॉ. के के द्विवेदी हैं. प्रतियोगिता की आयोजक स्कूल की सहायक आचार्या डॉ. ममता शर्मा तथा समन्वयक स्कूल की विभाग्याध्यक्ष डॉ. रमा शर्मा हैं. प्रतियोगिता को सफल बनाने में सह संयोजक गौरव यादव, करिश्मा टमटा, इश्तिता ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. प्रतियोगिता का अंतिम दौर और पुरस्कार वितरण 10 दिसम्बर को होगा.
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गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के 5 शोधार्थियों को मिली आईसीएसआर डॉक्टरेट फैलोशिप
इंडियन काउंसिल ऑफ सोशल साइंस रिसर्च के तरफ से प्रत्येक वर्ष पीएचडी कर रहे शोधार्थियों को यह डॉक्टरेट फैलोशिप दी जाती है. फेलोशिप सोशल साइंस के क्षेत्र से जुड़े 25 विषयों मे दी जाती है. इसमें गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के 5 शोधार्थियों का चयन हुआ है, जो मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान स्कूल के अंतर्गत विभिन्न विभागों में पीएचडी कर रहे हैं.
मीडिया एवं जनसंचार विभाग के दो शोधार्थी मोनिका गौर और शालिनी का चयन फेलोशिप में हुआ है, जो प्रोफेसर बंदना पांडेय, डीन, स्कूल ऑफ मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान के मार्गदर्शन में अपनी पीएचडी कर रहे हैं. अन्य विभाग के शोधार्थी आयुषी शर्मा मनोविज्ञान, वरुण दीक्षित और प्रिया शर्मा राजनीतिक विज्ञान विभाग का भी चयन इस फेलोशिप के लिए हुआ है. स्कूल ऑफ मानविकी एवं सामाजिक विज्ञान की डीन प्रोफेसर बंदना पांडेय ने स्कूल के 5 शोधार्थियों को देश की प्रतिष्ठित आईसीएसआर डॉक्टरेट फैलोशिप मिलने पर सभी को बधाई एवं उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
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