नई दिल्ली: दिल्ली की जीवनरेखा यमुना को बचाने की मुहिम में समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए चल रही यमुना संसद के तहत रविवार शाम कालिंदी कुंज घाट पर मानव श्रृंखला बनी. मानव श्रृंखला में शामिल लोगों ने यमुना को अविरल और निर्मल बनाने की शपथ ली.
यमुना संसद के संयोजक रविशंकर तिवारी ने बताया कि 4 जून को वजीराबाद, ओल्ड उस्मानपुर, पुराना लोहे का पुल, गीता कॉलोनी पुल, आईटीओ पुल, निजामुद्दीन पुल, डीएनडी, कालिंदी कुंज तक 22 किमी की एक लाख लोगों की मानव श्रंखला बनाई जाएगी. उसी को लेकर रविवार शाम जागरुकता कार्यक्रम चलाया गया है. और मानव श्रृंखला बनाई गई है.
वहीं, नमो विचार संघ के अध्यक्ष एस राहुल ने कहा कि आज यमुना ही नहीं, बल्कि उस पर आधारित समूची दिल्ली का जीवन खतरे में है. देश के लिए आस्था का केंद्र मां यमुना और उस पर आधारित दिल्ली के जीवन को बचाने के लिए यह जनजागृति अभियान चलाया जा रहा है. सरकार यमुना के लिए संजीदगी से प्रयास नहीं कर रही है और इसकी गवाही मां यमुना में अमोनिया व फास्फोरस के झागों का बना सफेद चादर दे रहा है. मां यमुना के संरक्षण और संवर्धन की अलख जन जन तक जगाने की जरूरत है. और इसके लिए आमजन को आगे आना होगा.
मानव श्रृंखला में इंद्रजीत सिंह, अरुण सिंह, जन्मेजय शर्मा, आलोक सिंह, सुभाष शर्मा, पूनम रानी, निशा त्यागी, परवेज आलम, अर्जुन मिश्रा, रमेश यादव सहित कई यमुना प्रेमियों ने हिस्सा लिया. दिल्ली में यमुना की बदहाली बीते लंबे समय से है और इसको लेकर कई दावे और वादे किए जाते हैं, लेकिन यमुना की स्थिति जस की तस है. वहीं, अब यमुना के उत्थान को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए यमुना संसद की मुहिम चलाई जा रही है. इसके तहत यमुना के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए मानव श्रृंखला बनाई जा रही है.