नई दिल्ली: साल 2015 के विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की ऐसी लहर चली कि 13 राजनीतिक पार्टियों की जमानत जब्त हो गई थी. दिल्ली में 13 राजनीतिक पार्टियां ऐसी थी जिनको एक सौ वोटों से कम वोट मिले थे और इस बार फिर लगभग सभी पार्टियां चुनाव मैदान में जीत का दावा कर रही हैं.
2015 में AAP ने किया था सबको धाराशाई
बता दें कि अन्ना आंदोलन से उभरी हुई पार्टी आम आदमी पार्टी की साल 2015 विधानसभा चुनाव में ऐसी लहर चली की बड़ी-बड़ी राजनीतिक पार्टियां धाराशाही हो गई, चाहे बहुजन समाज पार्टी हो, भारतीय जनता पार्टी हो या फिर कांग्रेस पार्टी. साल 2015 के विधानसभा चुनाव में दिल्ली में 70 विधानसभा सीटों में से आम आदमी पार्टी ने 67 सीटों पर जीत हासिल की थी. वहीं भारतीय जनता पार्टी को 3 सीटें हाथ लगी थी. कांग्रेस पार्टी का खाता नहीं खुल सका था और ऐसे राजनीतिक दल थे जिनको एक सौ से भी कम वोट मिले थे और बहुजन समाज पार्टी की 70 में से 69 सीटों पर जमानत जब्त हो गई थी.
जानिए 2015 में कुछ छोटे-मझौले पार्टियों के वोटों का इतिहास
- भारतीय प्रगतिशील कांग्रेस को 61 वोट
- ऑल इंडिया माइनॉरिटीज को 7 वोट
- पीपल्स ग्रीन पार्टी को 96 वोट
- श्रेष्ठम राष्ट्र पार्टी को 71 वोट
- प्रजातांत्रिक समाजवादी पार्टी को 95 वोट
- पीस पार्टी को 96 वोट
- शिव शक्ति पार्टी को 92 वोट
- राष्ट्रीय क्रांतिकारी समाजवादी पार्टी को 94 वोट
- लोकप्रिय समाज पार्टी को 62 वोट
- राष्ट्रीय शक्ति पार्टी (इंडिया) को 59 वोट
- अमन समाज पार्टी को 51 वोट
- राष्ट्रीय एकता पार्टी को 99 वोट
इस विधानसभा चुनाव में लगभग सारी पार्टियां चुनाव मैदान में है और सभी जीत का दावा कर रही हैं.11 फरवरी को विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे तभी पता चलेगा कि जिन पार्टियों को साल 2015 के विधानसभा चुनाव में एक सौ से कम वोट मिले थे क्या इस बार उनका जादू चलेगा या फिर साल 2015 का इतिहास साल 2020 में भी दोहराएंगे.