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बंद हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का सेटलमेंट कर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा, महिला कांस्टेबल सहित पांच लोग गिरफ्तार

साइबर सेल ग्रेटर नोएडा व दादरी पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए बंद हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का सेटलमेंट कर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. यह गैंग अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है. पुलिस ने मामले में एक महिला कांस्टेबल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है.

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Published : Nov 10, 2022, 6:17 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: साइबर सेल ग्रेटर नोएडा व दादरी पुलिस ने बंद हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का सेटलमेंट कर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा किया है. (cheating by settling closed insurance policy) पुलिस ने इस गैंग की एक महिला कांस्टेबल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग बीमा एजेंट बन कर कॉल करते थे और इंश्योरेंस पॉलिसी के बंद हो जाने के बाद उस पैसे को कई गुना बढ़ा कर रिकवर करने का झांसा देते थे. इस मामले में ऐच्छर चौकी प्रभारी रंजीत को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय का करने के निर्देश दिए गए हैं.

ग्रेटर नोएडा डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार की गई महिला कांस्टेबल प्रियंका मास्टरमाइंड दीपक की पत्नी है. प्रियंका यूपी पुलिस में कांस्टेबल है और शामली में तैनात हैं. इसका बैंक खाता फ्रॉड की गई रकम जमा करने के लिए प्रयोग किया गया था. पुलिस ने बताया कि अब तक की गई ठगी के 12 लाख रुपए की रकम इसके खाते में ट्रांसफर की गई थी. यह रकम पीड़ित अशोक कुमार से ठगी करने के बाद इस खाते में भेजी गई थी. पीड़ित से ठगों ने 80 लाख रुपए की ठगी की थी, यह 12 लाख रुपए की रकम रजिस्ट्रेशन चार्ज व अन्य चार्ज के नाम पर बैंक खाते में डलवाई गई थी. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह 2019 से सक्रिय है और अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है.

डीसीपी अभिषेक वर्मा
इस मामले की जांच में कई पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आ रहे हैं, जिनके खिलाफ जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और उनकी जांच चल रही है. इसमें एक पुलिस कांस्टेबल सहारनपुर में भी पोस्टेड है. इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आए हैं. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड, 5 डायरी, 4 डेटाशीट, दो मोहर और दो आधार कार्ड भी बरामद किए हैं.

ये भी पढ़ें: एंटी नारकोटिक्स स्क्वाड ने ड्रग तस्कर को किया गिरफ्तार, साढ़े तीन लाख का स्मैक बरामद

ठगी के लिए किराए पर लेते थे करंट अकाउंट

डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि यह ग्रुप ठगी का पैसा जमा करवाने के लिए किराए पर करंट अकाउंट लेता था. यह अकाउंट किराए पर लेकर उसमें रकम को ट्रांसफर कर आते थे. हाल ही में फ्रॉड के लिए गिरोह ने 10 हजार में किराए पर अकाउंट लिया था. लोगों को विश्वास दिलाने के लिए यह लोग मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस (ministry of finance) और आरबीआई (Reserve Bank of India) का नकली मोहर लगाकर डॉक्यूमेंट दिखाते थे.

गिरोह के इन लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में एक यूपी पुलिस की महिला प्रियंका कांस्टेबल भी है, जिसके पति का नाम दीपक है. इस महिला कॉन्स्टेबल के खाते में फ्रॉड की रकम ट्रांसफर की गई थी, ताकि किसी को शक ना हो. इसके अलावा महिला कांस्टेबल का पति दीपक इंश्योरेंस कंपनी में काम कर चुका है. जितेंद्र उर्फ जीतू अलीगढ़ व विशाल त्यागी मुजफ्फरनगर और हरेंद्र लाडपुर बुलंदशहर का रहने वाला है. इनका काम लोगों का डाटा और डिटेल इकट्ठा करना था.

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नई दिल्ली/नोएडा: साइबर सेल ग्रेटर नोएडा व दादरी पुलिस ने बंद हुई इंश्योरेंस पॉलिसी का सेटलमेंट कर ठगी करने वाले गैंग का खुलासा किया है. (cheating by settling closed insurance policy) पुलिस ने इस गैंग की एक महिला कांस्टेबल सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. ये लोग बीमा एजेंट बन कर कॉल करते थे और इंश्योरेंस पॉलिसी के बंद हो जाने के बाद उस पैसे को कई गुना बढ़ा कर रिकवर करने का झांसा देते थे. इस मामले में ऐच्छर चौकी प्रभारी रंजीत को निलंबित कर दिया गया है और उसके खिलाफ विभागीय का करने के निर्देश दिए गए हैं.

ग्रेटर नोएडा डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि गिरफ्तार की गई महिला कांस्टेबल प्रियंका मास्टरमाइंड दीपक की पत्नी है. प्रियंका यूपी पुलिस में कांस्टेबल है और शामली में तैनात हैं. इसका बैंक खाता फ्रॉड की गई रकम जमा करने के लिए प्रयोग किया गया था. पुलिस ने बताया कि अब तक की गई ठगी के 12 लाख रुपए की रकम इसके खाते में ट्रांसफर की गई थी. यह रकम पीड़ित अशोक कुमार से ठगी करने के बाद इस खाते में भेजी गई थी. पीड़ित से ठगों ने 80 लाख रुपए की ठगी की थी, यह 12 लाख रुपए की रकम रजिस्ट्रेशन चार्ज व अन्य चार्ज के नाम पर बैंक खाते में डलवाई गई थी. पुलिस ने बताया कि यह गिरोह 2019 से सक्रिय है और अब तक सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुका है.

डीसीपी अभिषेक वर्मा
इस मामले की जांच में कई पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आ रहे हैं, जिनके खिलाफ जांच के आदेश दिए जा चुके हैं और उनकी जांच चल रही है. इसमें एक पुलिस कांस्टेबल सहारनपुर में भी पोस्टेड है. इसके अलावा अन्य पुलिसकर्मियों के नाम भी सामने आए हैं. पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 8 मोबाइल फोन, 6 सिम कार्ड, चार एटीएम कार्ड, 5 डायरी, 4 डेटाशीट, दो मोहर और दो आधार कार्ड भी बरामद किए हैं.

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ठगी के लिए किराए पर लेते थे करंट अकाउंट

डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि यह ग्रुप ठगी का पैसा जमा करवाने के लिए किराए पर करंट अकाउंट लेता था. यह अकाउंट किराए पर लेकर उसमें रकम को ट्रांसफर कर आते थे. हाल ही में फ्रॉड के लिए गिरोह ने 10 हजार में किराए पर अकाउंट लिया था. लोगों को विश्वास दिलाने के लिए यह लोग मिनिस्ट्री ऑफ फाइनेंस (ministry of finance) और आरबीआई (Reserve Bank of India) का नकली मोहर लगाकर डॉक्यूमेंट दिखाते थे.

गिरोह के इन लोगों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में एक यूपी पुलिस की महिला प्रियंका कांस्टेबल भी है, जिसके पति का नाम दीपक है. इस महिला कॉन्स्टेबल के खाते में फ्रॉड की रकम ट्रांसफर की गई थी, ताकि किसी को शक ना हो. इसके अलावा महिला कांस्टेबल का पति दीपक इंश्योरेंस कंपनी में काम कर चुका है. जितेंद्र उर्फ जीतू अलीगढ़ व विशाल त्यागी मुजफ्फरनगर और हरेंद्र लाडपुर बुलंदशहर का रहने वाला है. इनका काम लोगों का डाटा और डिटेल इकट्ठा करना था.

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