नई दिल्ली: दक्षिण पूर्वी जिले की ओखला औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने बाप और उसके दो बेटों को गैस एजेंसी के मालिक को हथियार के बल पर धमकी देकर 10 लाख की फिरौती मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान हरवीर सिंह और उसके दो बेटे अनिल उर्फ ट्विंकल और दिनेश के रूप में हुई है.
कारोबार चलाने के लिए मांगी गई थी फिरौती
डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि 23 अक्टूबर को ओखला स्थित गैस एजेंसी मालिक प्रहलाद सिंह की शिकायत पर ओखला औद्योगिक क्षेत्र थाने में मामला दर्ज किया गया था. उन्होंने आरोप लगाया था कि हरबीर और उनके बेटे अनिल और दिनेश जो पलवल हरियाणा में अपराधी हैं, 20 अक्टूबर को 10.50 बजे, उमेश और अनिल अपने साथियों के साथ स्कॉर्पियो कार में ओखला फेज -2 दिल्ली में गैस एजेंसी "सिटीजन एंटरप्राइजेज" में आए और एक कर्मचारी दिनेश कुमार को पिस्तौल की नोंक पर कैद कर लिया. रुपये निकालने के लिए दिनेश कुमार को फोन करने के लिए मजबूर किया. अपने व्यवसाय को सुचारू रूप से और शांति से चलाने के एवज में 10 लाख की फिरौती मांगी गई. आरोपियों ने पीड़ित को एक वीडियो भेज कर भी धमकी दी. पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई.
एसएचओ के नेतृत्व में बनाई गई थी टीम
अपराध की गंभीरता को देखते हुए एसएचओ संतान सिंह के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई. इसमें एसआई अजय कटवा, एसआई मनोज भास्कर, एसआई प्रतीक सक्सेना, एएसआई विकास सोलंकी, हेड कांस्टेबल विनीत तोमर और कॉन्स्टेबल विशाल मलिक शामिल थे. जांच के दौरान आरोपी व्यक्तियों के घर पर कई छापे मारे गए, लेकिन वे फरार हो गए. उनके मोबाइल नंबर एकत्र किए गए और सभी संदिग्ध मोबाइल नंबरों के सीडीआर का विश्लेषण किया गया और गुप्त सूचना और तकनीकी निगरानी के आधार पर 18 दिसंबर को बदरपुर सीमा से एक आरोपी अनिल उर्फ ट्विंकल को गिरफ्तार किया गया इसके बाद टीम गुप्त सूचना के आधार पर अन्य आरोपियों हरबीर और दिनेश को होटल से गिरफ्तार किया.
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साल 2019 का है ये पूरा मामला
पूछताछ के दौरान आरोपीयो ने खुलासा किया कि 2019 में शिकायतकर्ता प्रहलाद ने उन्हें बताया कि उनके भाई राजेंदर उपद्रव पैदा कर रहे थे और कोशी कलां में अपने होटल पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे. उसने उन्हें उक्त होटल से अपने भाई को बाहर निकालने में मदद के लिए कहा. प्रहलाद और उनके बीच दस लाख पर में एक सौदा तय हुआ. उनकी धमकी के डर के कारण, राजेंद्र द्वारा उक्त होटल को खाली कर दिया गया और पूरी तरह से कब्जा प्रह्लाद को सौंप दिया गया. उक्त होटल पर कब्जा करने के बाद, प्रहलाद अपने वादे से मुकर गया और पैसे भी नहीं दिए. इसके अलावा, शिकायतकर्ता प्रहलाद सिंह यूपी में अपनी शराब की दुकान से क्रेडिट आधार पर शराब भी लेता था. इसलिए, उनके कुल 16.5 लाख रुपये शिकायतकर्ता प्रह्लाद पर थे. तब 20 अक्टूबर को ट्विंकल, उमेश, लोकेश हरबीर और दिनेश दिल्ली के ओखला फेज -2 स्थित प्रहलाद सिंह की गैस एजेंसी पहुंचे, जहां प्रहलाद नहीं था. उमेश ने अपने कर्मचारी के मोबाइल फोन के माध्यम से शिकायतकर्ता प्रहलाद से बात की और उसे पैसे देने के लिए कहा. वहीं इस मामले में पुलिस अन्य आरोपी उमेश और लोकेश की गिरफ्तारी की कोशिश कर रही है.