नई दिल्ली/नोएडा: ग्रेटर नोएडा में जलस्तर लगातार गिरता जा रहा है, जिसको सामान्य करने के लिए NGT के आदेश के बाद जिले के तालाबों का सर्वे शुरू किया गया है. जिला प्रशासन तालाबों का सर्वेक्षण कराकर जानकारी जुटा रहा है कि तालाबों की वास्तविक स्थिति क्या है. कितने तालाबों का पर अतिक्रमण किया गया है और कितने तालाब सही अवस्था में हैं. सर्वे के बाद प्रशासन यह रिपोर्ट एनजीटी को पेश करेगा.
जिले में एनजीटी के आदेश पर तालाबों का सर्वे शुरू हुआ जिसमें सदर तहसील में सरकारी आंकड़ों में 245 तालाब हैं. सर्वे के बाद आई रिपोर्ट में 27 तालाबों पर अवैध कब्जा पाया गया है, जिसके लिए प्रशासन ने कब्जा हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है. वहीं बिना अतिक्रमण वाले तालाबों को संरक्षित किया जाएगा ताकि गिरते जलस्तर को रोका जा सके.
सदर तहसील के उपजिलाधिकारी अंकित कुमार ने बताया कि जिले में एनजीटी के आदेश पर तालाबों का सर्वे किया जा रहा है. सदर तहसील में सरकारी आंकड़ों के अनुसार 245 तालाब हैं जिन का सर्वे शुरू किया गया. सर्वे के बाद आई रिपोर्ट में 27 तालाबों पर अतिक्रमण पाया गया है. उनकी कार्रवाई तहसीलदार कोर्ट में की जा रही है. तहसीलदार कोर्ट में जिन तालाबों की कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है, उन पर राजस्व की टीम कब्जा हटाने की कार्रवाई कर रही है.
उपजिलाधिकारी अंकित कुमार ने बताया कि तालाबों के सर्वे के दौरान हबीबपुर गांव में मौजूद तालाब पर अतिक्रमण पाया गया, जब उसकी कार्रवाई की बात की गई तो पता चला कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस तालाब के अलॉटमेंट के लिए नक्शा पास कर दिया है. इस जानकारी के बाद प्रशासन द्वारा ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को पत्राचार के माध्यम से जानकारी की जा रही है.
जिले में हुए तालाबों की सर्वे के बाद इसकी रिपोर्ट एनजीटी को पेश की जाएगी और जिन तालाबों पर कब्जा नहीं है उनको सुचारू करने के लिए कार्रवाई की जाएगी. तालाबों को संरक्षित किया जाएगा, जिसके द्वारा जिले के गिरते जलस्तर में कमी आएगी.
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