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डेंगू को लेकर SDMC ने कसी कमर, दिल्ली सरकार पर लगाए कई आरोप - दिल्ली में पैर पसार रहा डेंगू

मच्छर जनित बीमारियों को लेकर ईटीवी भारत की टीम ने साउथ जोन की चेयरपर्सन डॉ. नंदिनी शर्मा (Dr. Nandini Sharma) से बात की. बता दें कि कोरोना के घटते मामलों के बीच दिल्ली में अब डेंगू (Dendu spreading in delhi) ने पैर पसारना शुरू कर दिया है.

nandini sharma target aap
नंदिनी शर्मा
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Published : Jun 11, 2021, 1:13 PM IST

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में कोरोना के कम होते मामलों के बीच मच्छर जनित बीमारियों (Mosquito borne diseases) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं 2021 में डेंगू के मामलों ने पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

इस साल मच्छर जनित बीमारियों का सर्वाधिक प्रकोप दक्षिणी निगम क्षेत्र में देखा जा रहा है. इस बारे में साउथ जोन की चेयरपर्सन डॉ. नंदिनी शर्मा (Dr. Nandini Sharma) का कहना है कि डीबीसी वर्कर लगातार काम कर रहे हैं.

नंदिनी शर्मा का दिल्ली सरकार पर आरोप

लॉकडाउन खुलते ही डीबीसी वर्कर अब और मेहनत कर रहे हैं. सरकारी बिल्डिगों को भी चेक कराने का काम लगातार नगर निगम की तरफ से किया जा रहा है. साथ ही उनका कहना है कि नालियों की सफाई भी लगातार की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः-चौथे हफ्ते भी 'क्लीन' दिल्ली की डेंगू-मलेरिया रिपोर्ट, नहीं दर्ज हुआ कोई नया मामला

दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े-बड़े नालों को साफ नहीं किया जा रहा है और सड़क का पानी निकलने के लिए नालों को भी नहीं बनाया गया है.

चेयरपर्सन नंदिनी शर्मा का ये भी मानना है कि कोरोना के चलते लोगों के घरों की चेकिंग नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर पानी में तैरते हुए कीड़े दिखाई दे, तो उस पानी को साफ जगह फेंकना चाहिए. नालियों में भूलकर भी ना फेंके, क्योंकि नालियों में फेंकने से डेंगू फैलने के ज्यादा संभावना है.

सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण...

  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
  • शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं
  • तेज बुखार
  • बहुत तेज सिर दर्द
  • आंखों के पीछे दर्द
  • उल्टी आना और चक्कर महसूस होना

डेंगू से बचाव के उपाय:-

अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो, उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें.

गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें. मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियां और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें. घर से बाहर जाएं, तो मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें.

नई दिल्लीः राजधानी दिल्ली में कोरोना के कम होते मामलों के बीच मच्छर जनित बीमारियों (Mosquito borne diseases) के मामले बढ़ते जा रहे हैं. वहीं 2021 में डेंगू के मामलों ने पांच साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है.

इस साल मच्छर जनित बीमारियों का सर्वाधिक प्रकोप दक्षिणी निगम क्षेत्र में देखा जा रहा है. इस बारे में साउथ जोन की चेयरपर्सन डॉ. नंदिनी शर्मा (Dr. Nandini Sharma) का कहना है कि डीबीसी वर्कर लगातार काम कर रहे हैं.

नंदिनी शर्मा का दिल्ली सरकार पर आरोप

लॉकडाउन खुलते ही डीबीसी वर्कर अब और मेहनत कर रहे हैं. सरकारी बिल्डिगों को भी चेक कराने का काम लगातार नगर निगम की तरफ से किया जा रहा है. साथ ही उनका कहना है कि नालियों की सफाई भी लगातार की जा रही है.

ये भी पढ़ेंः-चौथे हफ्ते भी 'क्लीन' दिल्ली की डेंगू-मलेरिया रिपोर्ट, नहीं दर्ज हुआ कोई नया मामला

दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बड़े-बड़े नालों को साफ नहीं किया जा रहा है और सड़क का पानी निकलने के लिए नालों को भी नहीं बनाया गया है.

चेयरपर्सन नंदिनी शर्मा का ये भी मानना है कि कोरोना के चलते लोगों के घरों की चेकिंग नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर पानी में तैरते हुए कीड़े दिखाई दे, तो उस पानी को साफ जगह फेंकना चाहिए. नालियों में भूलकर भी ना फेंके, क्योंकि नालियों में फेंकने से डेंगू फैलने के ज्यादा संभावना है.

सामान्य रूप से देखे जाने वाले डेंगू के लक्षण...

  • मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द
  • शरीर पर पड़ने वाले लाल निशान जो थोड़े समय बाद ठीक होने के बाद पुनः वापस भी आ जाते हैं
  • तेज बुखार
  • बहुत तेज सिर दर्द
  • आंखों के पीछे दर्द
  • उल्टी आना और चक्कर महसूस होना

डेंगू से बचाव के उपाय:-

अपने रहने की जगह और उसके आस पास के इलाकों में सम्पूर्ण स्वच्छता का ध्यान रखना चाहिए. जिन बर्तनों का लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होना हो, उनमें रखे हुए पानी को नियमित रूप से बदलते रहें.

गमलों के पानी को हर हफ्ते बदलते रहें. मेनहोल, सेप्टिक टैंक, रुकी हुई नालियां और कुएं आदि जगहों को नियमित रूप से चेक करते रहें. घर से बाहर जाएं, तो मच्छर से बचाव वाली क्रीम का उपयोग करें और सोने से पहले मच्छरदानी को अच्छी तरह से सेट कर लें.

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